राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक समारोह में सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष (AFBCWF) के लिए ‘मां भारती के सपूत’ (MBKS) वेबसाइट को लॉन्च किया। वेबसाइट को लॉच करते वक्त उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम हमारे उन वीरों को समर्पित होगा, जिनके त्याग और बलिदान की वजह से हमारा देश आज सुरक्षित है। आजादी के बाद से ही हमारी सेना के वीर जवानों ने मुश्किल से मुश्किल हालातों का सामना करते हुए देश को सुरक्षित रखा है उसका पूरा वर्णन करना मुश्किल है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में यह भी कहा, कि राष्ट्र की प्रगति की यात्रा में समय आ गया है कि देशवासी देश को कुछ लौटाएं। उन्होंने लोगों से कहा कि इस यात्रा में खुद को मुक्त सवार नहीं, बल्कि जिम्मेदार सवार समझें।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हर इंसान का नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है कि शहीदों के परिवारों और घायल सैनिकों की सहायता करें। सैनिकों ने देश के लिए बहुत कुछ किया है। उसे हम कभी चुका नहीं पाएंगे। वेबसाइट के जरिए लोग एएफबीसीडब्ल्यूएफ में योगदान दे सकते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि सैनिकों और उनके परिजन की सहायता करने में दान की नहीं, बल्कि कृतज्ञता की भावना हो।
एएफबीसीडब्ल्यूएफ कोष
एएफबीसीडब्ल्यूएफ एक कोष है, जिसका उपयोग सैन्य अभियानों में शहीद या गंभीर रूप से घायल होने वाले सैनिकों, नौसैनिकों और वायुसैनिकों के परिवारों को तुरंत फाइनेंशियल सहायता प्रदान करने के लिए किया जाता है।
‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ होगा स्थापित
सेना में ‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित होगा। इस बात की जानकारी सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने दी उन्होंने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल पीएस भगत की याद में यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (यूएसआई) में एक ‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित होगा। लेफ्टिनेंट भगत पहले ऐसे भारतीय अधिकारी थे, जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रतिष्ठित विक्टोरिया क्रॉस दिया गया था।
मोहित चौहान
इस मौके पर गायक मोहित चौहान ने कहा कि मैं इस आयोजन में शामिल होने का सौभाग्य पाकर गर्व महसूस कर रहा हूं। पोर्टल ‘मां भारती के सपूत’ हमारे सशस्त्र बलों के परिवार के सदस्यों को मदद करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इसमें जितना हो सके दान करें।