ATMA Scheme: छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य हैं इसलिए राज्य सरकार यहां के अन्नदाताओं यानी किसानों के प्रति बेहद संवेदनशील है। किसानों की खुशहाली और उनकी उन्नती के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं चला रह हैं। उन्हीं योजनों में से एक है ATMA योजना। ये योजना किसानों को खेती करने के आधुनिक तरीकों की ट्रेनिगं देती है। प्रदेश के कई किसान आधुनिक खेती करके दोगुना मुनाफा कम रहे हैं।
क्या है ATMA?
ATMA यानी एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एजेंसी के जरिए किसानों को आधुनिक खेती की तकनीक सिखाई जाती है। इन तकनीकों के जरिए किसान कम समय में और कम लागत में ज्यादा पैदावार ले रहे हैं। ट्रेनिंग के दौरान बीज की उन्नत किस्मों की पहचान और चुनाव, बोवाई के तरीके, सिंचाई के तरीके जैसे कई बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया जाता है। किसानों को यह ट्रेनिंग कृषि विभाग के द्वारा दी जाती है।
किसान को मिला योजना से लाभ
कोण्डागांव के चिपावण्ड के किसान चौतू नेताम ने ATMA से अपनी अपनी खेती के तरीकों में कई सकारात्म बदलाव लाया है। अपनी मेहनत और नई कृषि टेक्निक्स के जरिए कृषि के क्षेत्र में सफलता की एक नई मिसाल पेश की है। चैतू ने ATMA के तहत ट्रेनिंग लेकर 3 एकड़ 54 डिसमिल भूमि पर खेती की। इससे उन्होंने अपनी परंपरागत खेती के मुकाबले दुगना मुनाफा कमाने को मिला। अब दूसरे किसान भी चैतू से प्रेरणा ले रहे हैं।
चैतू ने अपनाई उन्नत कृषि तकनीक
चौतू राम ने अपनी रागी की फसल में कतार बोनी विधि से बीज लगाए और सिंचाई भी ज्यादा व्यवस्थित और बताई गई टेक्निक से की। इससे हर साल होने वाली पैदावार से इस बार उन्हें दोगुनी पैदावार मिली। पहले रागी की खेती 0.405 हेक्टेयर रकबा में करने से उत्पादन 4 क्विंटल होता था। इससे 12 हजार रूपये की आमदनी होती थी। वहीं अब उत्पादन 9 क्विंटल और आमदनी 45 हजार रुपये तक पहुंच गई है।
Positive सार
विष्णुदेव साय की सरकार किसानों की उन्नती और उनके विकास के लिए तत्पर है। धान की बोनस राशी से लेकर कृषि से जुड़े कई योजनाओ को लागू किया जा रहा है। कृषि विभाग में बीजों और मिट्टी की जांच की मुफ्त व्यवस्था की गई है। इतना ही नही सरकार सोलर पंप योजना के जरिए उन स्थानों में भी सिंचाई को आधुनिक बना रही है जहां बिजली की व्यवस्था नहीं है।