Vishnu Deo Sai speech: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के अंतिम चरण में सुकमा जिले के तोंगपाल में आयोजित समाधान शिविर के दौरान बस्तर के लिए एक के बाद एक बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, “अब बस्तर के हर कोने तक विकास का उजाला पहुंचेगा और कोई भी बाधा इसे रोक नहीं पाएगी।”
500 करोड़ के विकास कार्य
इस शिविर में मुख्यमंत्री ने ₹500 करोड़ से अधिक लागत के विकास कार्यों की घोषणा की। साथ ही ₹16 करोड़ से ज्यादा के कामों का लोकार्पण कर स्थानीय जनता को तोहफा दिया। बदल रहा है बस्तर, कमजोर पड़ रहे हैं माओवादी वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अब बदल रहा है। स्कूलों में घंटियां बज रही हैं, बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और माओवाद अंतिम साँसे गिन रहा है। सुकमा, जो कभी नक्सलवाद का गढ़ माना जाता था, आज विकास की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री ने लोगों से प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना जैसी योजनाओं की ज़मीनी हकीकत जानी। ग्रामीण महिलाएं जैसे त्रिवेणी रावटे और वेदमती कश्यप ने बताया कि उन्हें इन योजनाओं से बड़ा लाभ मिला है।
खेल को बढ़ावा
शिविर में खेलो इंडिया योजना के तहत 10 खिलाड़ियों को खेल किट प्रदान किए गए। इनमें 8 महिला फुटबॉल और 2 हॉकी खिलाड़ी शामिल थीं। ये युवा अब राज्य और देश में अपना नाम रोशन करने को तैयार हैं।
नई कनेक्टिविटी की सौगात
मुख्यमंत्री ने किस्टाराम-कोंटा मार्ग पर नई ‘प्रतिज्ञा हक्कुम मेल’ बस सेवा शुरू करने की घोषणा की। इससे दूरस्थ ग्रामीण इलाकों को आने-जाने में काफी सहूलियत होगी।
सपनों का घर अब हकीकत
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 हितग्राहियों को चाबी, और 4 को पहली किस्त का चेक सौंपा। अब पक्के घर सिर्फ सपना नहीं, हकीकत बन रहे हैं।
अटल डिजिटल सुविधा केंद्र
ग्रामीणों को बैंकिंग सेवा सीधे पंचायत भवन में देने के लिए अटल डिजिटल सुविधा केंद्र शुरू किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल में हर पंचायत तक ये सुविधा पहुंचाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणाएं
- सुकमा-दंतेवाड़ा मार्ग के लिए ₹230 करोड़
- झीरम योजना के लिए ₹32.50 करोड़
कई गांवों में पुल-पुलिया, सामुदायिक भवन, सीसी सड़क, प्रशिक्षण केंद्र और स्कूल बाउंड्री वॉल के लिए करोड़ों की योजनाएं घोषित की गईं।
बस्तर का सुनहरा कल
बस्तर अब सिर्फ प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए ही नहीं, बल्कि विकास, शिक्षा और समृद्धि के लिए भी पहचाना जाएगा। मुख्यमंत्री की ये घोषणाएं सिर्फ शब्द नहीं, बस्तर की नई दिशा और नई पहचान की शुरुआत हैं।