Vice president of India: कौन बनेगा भारत का अगला उपराष्ट्रपति?

Vice president of India: भारत के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर अचानक से एक खालीपन आ गया है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार भी कर लिया। अब पूरा देश एक ही सवाल पूछ रहा है “कौन बनेगा अगला उपराष्ट्रपति?”

धनखड़ का इस्तीफा

जगदीप धनखड़ ने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को भेजा, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की बात कही। यह इस्तीफा न केवल अचानक था, बल्कि एक बड़े संवैधानिक बदलाव की शुरुआत भी बन गया। गृह मंत्रालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है और राज्यसभा में इसकी जानकारी दी जा चुकी है।

पीएम मोदी की भावुक प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर धनखड़ की सेवाओं को सराहा और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने लिखा कि धनखड़ जी को कई जिम्मेदारियों में देश की सेवा करने का अवसर मिला और वह हमेशा आदर के पात्र रहेंगे।

अगला उपराष्ट्रपति कौन?

अब जब यह पद खाली हो चुका है, तो नए उपराष्ट्रपति के लिए नामों की चर्चा तेज़ हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, एनडीए सरकार जल्द ही संभावित उम्मीदवारों पर विचार करेगी। इसमें राज्यपालों, अनुभवी नेताओं और यहां तक कि वर्तमान उपसभापति हरिवंश का नाम भी सामने आ रहा है। हरिवंश पहले से ही राज्यसभा की कार्यवाही संभाल रहे हैं और सरकार के करीबी माने जाते हैं।

चुनाव की प्रक्रिया क्या कहती है?

संविधान के अनुच्छेद 66 के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचक मंडल द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व के तहत होता है। अनुच्छेद 68 यह स्पष्ट करता है कि इस्तीफे या मृत्यु की स्थिति में जल्द से जल्द नया चुनाव कराया जाना चाहिए।

कौन हो सकता है योग्य उम्मीदवार?

उपराष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी है,

  • भारत का नागरिक हो
  • कम से कम 35 वर्ष का हो
  • राज्यसभा का सदस्य बनने के योग्य हो
  • किसी भी सरकारी लाभ के पद पर न हो

इन सभी मापदंडों को देखते हुए सरकार को अपना उम्मीदवार बहुत सोच-समझकर चुनना होगा, ताकि राजनीतिक संतुलन बना रहे।

क्या इतिहास दोहराएगा खुद को?

धनखड़ तीसरे ऐसे उपराष्ट्रपति बने हैं जिन्होंने कार्यकाल के बीच में ही इस्तीफा दिया। इससे पहले वीवी गिरि और भैरों सिंह शेखावत ने भी ऐसा किया था। अब इस परंपरा को किस नेता द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।

अगला कदम क्या होगा?

जब तक नया उपराष्ट्रपति चुना नहीं जाता, तब तक राज्यसभा के उपसभापति कार्यवाहक सभापति की भूमिका निभाएंगे। हालांकि, यह स्थिति ज्यादा लंबी नहीं खींची जा सकती। चुनाव आयोग को जल्द चुनावी प्रक्रिया शुरू करनी होगी।

अहम मोड़ पर खड़ी संसद

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने भारतीय राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है। उपराष्ट्रपति जैसे अहम पद की रिक्ति केवल संवैधानिक मुद्दा नहीं, बल्कि नेतृत्व की दिशा और सरकार के भावी इरादों को भी दर्शाएगा।

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Rishita Diwan

Content Writer

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