PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अपने विभिन्न कार्यक्रमों और मुलाकातों के दौरान प्राप्त उपहारों की ई-नीलामी में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। इस पहल के तहत नीलामी से प्राप्त राशि भारत के प्रमुख पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम ‘नमामि गंगे’ में योगदान के रूप में उपयोग की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में उपहारों की कुछ तस्वीरें साझा कीं और सभी नागरिकों से इस ऑनलाइन नीलामी में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री मोदी की अपील
PM Modi ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा कि पिछले कुछ दिनों में उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों और मुलाकातों में कई उपहार मिले हैं, जिन्हें अब ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से जनता के लिए उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि यह नीलामी भारत की संस्कृति और रचनात्मकता को दर्शाने वाली विशेष वस्तुओं से भरी हुई है। उन्होंने सभी नागरिकों से नीलामी में भाग लेने और इस पहल को सफल बनाने का अनुरोध किया।
नीलामी से लाभ
नीलामी से प्राप्त धनराशि पूरी तरह से नमामि गंगे परियोजना में इस्तेमाल होगी। यह परियोजना गंगा नदी के संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और पुनर्जीवन के लिए केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है। PM Modi ने जिन उपहारों की तस्वीरें साझा की हैं, उनमें पेंटिंग, शॉल, भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाले स्मृति चिन्ह और विभिन्न हस्तशिल्प कृतियां शामिल हैं।
ई-नीलामी का आयोजन
प्रधानमंत्री स्मृति चिन्ह ई-नीलामी का आयोजन संस्कृति मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इसका संचालन राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (NGMA), दिल्ली के माध्यम से होता है। यह नीलामी 2019 से नियमित रूप से आयोजित की जा रही है और नागरिकों को प्रधानमंत्री मोदी को प्राप्त स्मृति चिन्हों को खरीदने का अवसर देती है।
हर साल इस नीलामी में लोक कला, हस्तशिल्प, खेल स्मृति चिन्ह और अन्य कई चुनिंदा उपहार शामिल होते हैं। इन वस्तुओं की बिक्री से प्राप्त धनराशि पवित्र गंगा नदी के संरक्षण हेतु नमामि गंगे परियोजना में योगदान के रूप में जाती है।
नीलामी में भाग लेने की प्रक्रिया
- ई-नीलामी 17 सितंबर सुबह 10 बजे से शुरू हो चुकी है।
- 2 अक्टूबर शाम 5 बजे तक ये नीलामी चलेगी।
- नीलामी में शामिल वस्तुओं का सार्वजनिक अवलोकन NGMA दिल्ली में किया जा सकता है।
- प्रधानमंत्री को मिले उपहार ऑनलाइन भी बोली के लिए उपलब्ध हैं।
नीलामी में भाग लेने के लिए नागरिक pmmementos.gov.in पर जाकर अपना खाता पंजीकृत कर सकते हैं। पोर्टल पर विभिन्न वस्तुओं की सूची उपलब्ध है, जैसे
- चांदी में राम मंदिर का मॉडल
- बछड़े के साथ कामधेनु की प्रतिमा
- बेंत से बना जहाज का मॉडल
- लकड़ी का चरखा
- एलोरा स्थित कैलासा मंदिर की पेंटिंग
- G-20 पोस्टर
- बिहार से प्राप्त भगवान बुद्ध की फ्रेमयुक्त प्रतिमा
इस पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत नागरिक इन वस्तुओं की ऑनलाइन बोली लगा सकते हैं।
Narendra Modi: प्रधानमंत्री मोदी को कितने देशों से मिला है सम्मान?
नमामि गंगे कार्यक्रम का महत्व
नमामि गंगे मिशन को जून 2014 में एक प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में मंजूरी दी गई थी। इसका उद्देश्य गंगा नदी के प्रदूषण निवारण, संरक्षण और पुनरुद्धार के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करना है। मिशन का बजट लगभग 20,000 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
तीन चरणों में बंटा है कार्यक्रम
- प्रारंभिक गतिविधियां:- जिनका तत्काल प्रभाव दिखाई देगा।
- मध्यम अवधि की गतिविधियां:- जिनका कार्यान्वयन 5 वर्षों में होगा।
- दीर्घकालिक गतिविधियां- जिनका कार्यान्वयन 10 वर्षों में किया जाएगा।
PM Modi के उपहारों के नीलामी पहल से न केवल भारतवासियों को प्रधानमंत्री को प्राप्त उपहारों में भाग लेने का अवसर मिलता है, बल्कि गंगा नदी के संरक्षण में भी योगदान देने का एक सृजनात्मक और सामाजिक तरीका उपलब्ध होता है।