PM Modi Ethiopia Award: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वैश्विक कद एक बार फिर विदेशी धरती पर नई ऊंचाइयों को छू गया है। अपनी तीन देशों की आधिकारिक यात्रा के दूसरे पड़ाव पर इथियोपिया पहुँचे प्रधानमंत्री मोदीको वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ (Great Honour Nishan of Ethiopia) से नवाजा गया है। अदीस अबाबा के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित एक भव्य समारोह में इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद ने स्वयं यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। यह सम्मान न केवल प्रधानमंत्री मोदीके दूरदर्शी नेतृत्व की पुष्टि करता है, बल्कि भारत और अफ्रीकी देशों के बीच बढ़ते प्रगाढ़ संबंधों का भी प्रतीक है।
PM Modi Ethiopia Award
असाधारण नेतृत्व और साझेदारी
इथियोपिया सरकार के अनुसार, यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी को भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय साझेदारी को एक नई दिशा देने, उसे मजबूत करने और एक वैश्विक राजनेता के रूप में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया है। इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदीकी उन पहलों की सराहना की, जिन्होंने विकासशील देशों (Global South) की आवाज को दुनिया के बड़े मंचों पर प्रमुखता से रखा है।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक से यह पुरस्कार प्राप्त करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।” उन्होंने इथियोपिया की जनता और प्रधानमंत्री डॉ. अबी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए इसे 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में डॉ. अबी अहमद के नेतृत्व की प्रशंसा की और राष्ट्रीय एकता व समावेशी विकास के लिए उनकी पहलों को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह पुरस्कार उन सभी भारतीयों और इथियोपियाई लोगों को समर्पित है जिन्होंने सदियों से इन संबंधों को सींचा है।
साझा विरासत और भारतीय शिक्षक
प्रधानमंत्री ने भारत और इथियोपिया के बीच शिक्षा के क्षेत्र में पुराने संबंधों को याद किया। उन्होंने रेखांकित किया कि पिछले एक सदी से अधिक समय से भारतीय शिक्षकों ने इथियोपिया की प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इथियोपिया के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में भारतीय शिक्षकों का योगदान वहां की पीढ़ी निर्माण में सहायक रहा है। प्रधानमंत्री मोदीने इसे ‘ज्ञान के आदान-प्रदान’ की एक ऐसी अटूट परंपरा बताया जिसने दोनों देशों के बीच भरोसे की नींव डाली है।
वैश्विक दक्षिण के लिए बड़ा संदेश
यह उपलब्धि केवल दो देशों के बीच के सम्मान तक सीमित नहीं है। भारत लगातार ‘ग्लोबल दक्षिण’ के देशों का नेतृत्व कर रहा है, और इथियोपिया जैसे प्रमुख अफ्रीकी राष्ट्र द्वारा दिया गया यह सर्वोच्च सम्मान भारत की उस विदेश नीति की सफलता है जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत पर टिकी है। इथियोपिया, अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश और अफ्रीकी संघ (African Union) का मुख्यालय है, इसलिए वहां से मिला यह सम्मान समूचे अफ्रीकी महाद्वीप के साथ भारत के सामरिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई गति प्रदान करेगा।
Positive Takeaway
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक दर्जनों देशों से सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिल चुके हैं, लेकिन ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि यह विकासशील देशों के बीच आपसी सहयोग और साझा भविष्य का प्रतिनिधित्व करता है। यह पुरस्कार भारत की बढ़ती सॉफ्ट पावर और दुनिया में भारत के बढ़ते कूटनीतिक प्रभाव का जीता-जागता प्रमाण है।
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