Narendra Modi Trinidad visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो सरकार ने अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “The Order of the Republic of Trinidad and Tobago” देने की घोषणा की। यह घोषणा वहाँ की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने की, जब वे भारतीय मूल के प्रवासी समुदाय के बीच आयोजित भव्य कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
यह केवल एक सम्मान नहीं था, बल्कि दो देशों के रिश्तों में बढ़ती नज़दीकियों और भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रभाव का एक प्रतीक भी था।
भारत का सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान के लिए त्रिनिदाद और टोबैगो की जनता और सरकार को दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ उनका, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान है।
इस मौके पर उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि अब छठी पीढ़ी के भारतीय मूल के लोग भी OCI कार्ड के लिए पात्र होंगे। यह घोषणा वहां बसे भारतीय समुदाय को भारत से और गहराई से जोड़ने का एक बड़ा कदम है।
180 सालों की विरासत सम्मानित
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में उस ऐतिहासिक सफर को याद किया जब 180 साल पहले भारत से लोग त्रिनिदाद और टोबैगो आए थे। उन्होंने प्रवासी भारतीयों के सामाजिक योगदान, सांस्कृतिक पहचान और मेहनत को सराहा।
उनका कहना था – “ये यात्रा केवल कूटनीति नहीं, संस्कृति का पुनर्संवाद है।”
‘वसुधैव कुटुंबकम’
प्रधानमंत्री ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का ज़िक्र करते हुए भरोसा दिलाया कि भारत, त्रिनिदाद और टोबैगो के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा। इस मौके पर उन्होंने कई क्षेत्रों में भारत की सफलता का भी ज़िक्र किया – जिससे दोनों देशों के बीच टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और व्यापार के रिश्ते मज़बूत हो सकते हैं।
भारत की प्रगति बनी प्रेरणा
पीएम मोदी ने बताया कि कैसे भारत ने पिछले एक दशक में डिजिटल पेमेंट, ग्रीन एनर्जी, स्पेस टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप्स और AI जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी प्रगति की है।
उन्होंने UPI डिजिटल पेमेंट सिस्टम को त्रिनिदाद में भी अपनाने का सुझाव दिया और बताया कि कैसे भारत ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।
स्वागत से सजा कार्यक्रम
करीब 4,000 लोगों की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय कलाकारों ने पारंपरिक प्रस्तुतियां दीं। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कल्चरल को-ऑपरेशन समेत कई संस्थाओं ने भारत की रंग-बिरंगी संस्कृति की झलक दिखाई।
कार्यक्रम में पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया, और उनका स्वागत पारंपरिक त्रिनिदादियन स्टाइल में हुआ।
भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा
यह यात्रा और भी खास इसलिए रही क्योंकि 1999 के बाद पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने त्रिनिदाद और टोबैगो की द्विपक्षीय यात्रा की। प्रधानमंत्री के पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचने पर वहां की प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया और होटल तक हर मोड़ पर भारतीय समुदाय ने दिल से अभिनंदन किया।
रिश्तों का नया अध्याय
पीएम मोदी की यह यात्रा और उन्हें मिला यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान दोनों देशों के बीच बढ़ते भरोसे, सहयोग और साझी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह उस सोच का विस्तार है जिसमें दुनिया के हर कोने में बसे भारतीय अपने देश से जुड़े हुए हैं, दिल से, भावना से और अब पहचान से भी।
Positive सार
जहाँ एक ओर यह सम्मान भारत के लिए गर्व की बात है, वहीं दूसरी ओर यह प्रवासी भारतीयों के लिए गर्व, अपनापन और आत्मविश्वास का कारण है। पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रही, बल्कि भावनात्मक रूप से भी भारत और त्रिनिदाद के बीच एक मजबूत रिश्ता जोड़ गई।