Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि भारत अब केवल देखने वाला देश नहीं, बल्कि दिशा दिखाने वाला देश है। वे अब दुनिया के सबसे ज्यादा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैं। दुनिया के 26 देशों ने उन्हें अपने देश के हाइएस्ट सिविलियन अवॉर्ड से नवाजा है। ये सम्मान न सिर्फ भारत के बढ़ते कद को दर्शाते हैं, बल्कि पीएम मोदी की पर्सनल लीडरशिप को भी ग्लोबली मान्यता देते हैं।
- हाल में घाना और ब्राजील ने भी जताया सम्मान
- जुलाई 2025 में घाना और ब्राजील ने मोदी को अपने देश का सबसे बड़ा सम्मान दिया।
- घाना ने उन्हें Officer of the Order of the Star of Ghana अवॉर्ड दिया,
- जबकि ब्राजील ने Grand Collar of the National Order of the Southern Cross से नवाजा।
ये दोनों सम्मान भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और पीएम मोदी की ग्लोबल लीडरशिप को सलाम करने के तौर पर दिए गए हैं।इन 26 सम्मान में एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अमेरिका और ओशिनिया के देश शामिल हैं।
कुछ प्रमुख देश और उनके अवॉर्ड्स
देश | सम्मान का नाम |
सऊदी अरब | ऑर्डर ऑफ किंग अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद |
UAE | ऑर्डर ऑफ जायेद |
रूस | ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू |
मालदीव | निशान इज्जुद्दीन |
अमेरिका | लीजन ऑफ मेरिट |
मिस्र | ऑर्डर ऑफ द नाइल |
फिलिस्तीन | ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन |
भूटान | ऑर्डर ऑफ द द्रुक ग्यालपो |
मुस्लिम बहुल देशों का भरोसा
खास बात यह है कि सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, अफगानिस्तान, फिलिस्तीन और यूएई जैसे मुस्लिम मेजॉरिटी देशों ने भी मोदी को अपने हाइएस्ट ऑनर दिए हैं। इससे साफ है कि पीएम मोदी की विदेश नीति केवल डिप्लोमेसी नहीं, बल्कि रिस्पेक्ट और ट्रस्ट पर आधारित है।
2016 से लगातार मिल रहे हैं सम्मान
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी को 2016 से हर साल किसी न किसी देश ने सम्मानित किया है। ये दिखाता है कि मोदी सिर्फ भारत के लीडर नहीं, बल्कि दुनिया के एक भरोसेमंद चेहरा बन चुके हैं।
प्रधानमंत्री का विज़न अब ग्लोबल मिशन
मोदी हमेशा कहते हैं कि वे खुद को प्रधान सेवक मानते हैं। लेकिन आज उनका काम, उनकी सोच और उनके निर्णय इंटरनेशनल पॉलिसी मेकर्स के लिए भी एक मिसाल बन चुके हैं। चाहे क्लाइमेट चेंज हो, डिजिटल इंडिया हो, योग हो या वसुधैव कुटुम्बकम की सोच मोदी का विजन अब पूरी दुनिया में गूंज रहा है।
ग्लोबल ग्रोथ का संकेत
इन 26 पुरस्कारों के पीछे केवल एक व्यक्ति की मेहनत नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का विश्वास, भारत की विदेश नीति की मजबूती और एक ऐसी सोच है जो दुनिया को जोड़ने की बात करती है। पीएम मोदी का ये रिकॉर्ड सिर्फ उनके लिए नहीं, हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।