India-US Trade Talks: भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में हाल के महीनों के तनाव के बाद अब व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से न्यूयॉर्क में महत्वपूर्ण मुलाकात की। यह मुलाकात दोनों नेताओं की इस साल की व्यापारिक disagreements के बाद पहली आमने-सामने बातचीत थी।
व्यापार विवाद के बाद पहली सीधी बातचीत
India-US Trade Talks
इस साल की शुरुआत में भारत और अमेरिका (India-US Trade Talks) के बीच व्यापार को लेकर कुछ तनाव देखा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से तेल की खरीद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ लगा दिया था। इसके बावजूद अब दोनों देश संबंध सुधारने की दिशा में काम कर रहे हैं और बिलैटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) को अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर और अमेरिकी मंत्री रुबियो की यह मुलाकात इस बात का संकेत है कि दोनों देश बिजनेस रिलेशन को मजबूत करने के लिए गंभीर हैं।
हालिया वार्ता और प्रगति
16 सितंबर को USTR (US Trade Representatives) के अधिकारी भारत दौरे पर आए और भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने mutually beneficial agreement को जल्द से जल्द पूरा करने पर सहमति जताई। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी भरोसा जताया कि भारत और अमेरिका के बीच समझौते में कोई बड़ी difficulty नहीं होगी।
H-1B वीजा पर नई चिंता
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने H-1B वीजा पर नया आदेश जारी किया, जिसके तहत नए applicants को $1,00,000 फीस देनी होगी। हालांकि यह नियम सिर्फ नए applicants पर लागू होगा और मौजूदा वीजा holders को इससे कोई असर नहीं होगा। इससे अमेरिका में भारतीय professionals के बीच चिंता बढ़ी है, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापारिक वार्ता को इस मामले से अलग रखा गया है।
इंडो-पैसिफिक में भारत की अहम भूमिका
मार्को रुबियो ने अमेरिकी सीनेट के सामने कहा कि भारत अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण strategic partners में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी की कहानी Indo-Pacific में लिखी जाएगी और भारत इसका केंद्र है।यह दृष्टिकोण दोनों देशों के बीच long-term partnership और व्यापारिक सहयोग को नई दिशा दे रहा है।
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नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते रिश्ते
एस. जयशंकर और मार्को रुबियो की यह मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों में नई ऊर्जा भरने और व्यापारिक मतभेदों को दूर करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दोनों देश अब bilateral trade agreement और आर्थिक सहयोग को लेकर सकारात्मक कदम उठा रहे हैं।