छत्तीसगढ़ पहली बार देश की सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठकों में से एक डीजीपी कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करने जा रहा है। 28 से 30 नवंबर तक होने वाली इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति इसे और भी ऐतिहासिक बना रही है। देशभर से आने वाले डीजीपी, आईजी और विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों, तकनीकी सुधार, और समन्वयन जैसे अहम विषयों पर गहन चर्चा होगी।
नवा रायपुर में रहेंगे पीएम मोदी और अमित शाह
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी तीन दिन तक नवा रायपुर में रुकेंगे, हालांकि उनके ठहराव का स्थान आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है। चर्चाओं के अनुसार, वे या तो किसी प्रीमियम होटल में, राजभवन में, या विधानसभा अध्यक्ष के लिए तैयार किए गए नए बंगले में ठहर सकते हैं। सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अंतिम निर्णय को गोपनीय रखा गया है, लेकिन व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियाँ पूरी तरह सक्रिय हैं।
प्रदेश भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री के स्वागत और मुलाकात की तैयारी पूरी है, लेकिन अभी तक पीएमओ से पार्टी कार्यालय आने को लेकर कोई आधिकारिक स्वीकृति नहीं मिली है। कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में तैयारियाँ चल रही हैं, पर यह स्पष्ट नहीं कि पीएम वहाँ जाएंगे या नहीं। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है, और पार्टी कार्यकर्ता आशान्वित हैं कि प्रधानमंत्री कुछ समय प्रदेश संगठन को भी देंगे।
अमित शाह करेंगे उद्घाटन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 28 नवंबर को इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे। सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर वे दिशा-निर्देश देंगे और एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर चर्चा होगी।
30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन सत्र को संबोधित करेंगे। यह भाषण बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पीएम अक्सर इस मंच के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े रोडमैप और नए सुधारों की घोषणा करते हैं। विभिन्न राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के लिए यह दिशा-निर्देश अगले वर्ष की कार्ययोजना तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
नवा रायपुर में बड़े स्तर पर सुरक्षा इंतजाम
चूंकि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों कई दिनों तक नवा रायपुर में मौजूद रहेंगे, इसलिए राजधानी में भारी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। महत्वपूर्ण मार्गों पर मूवमेंट प्लान तैयार किया गया है। एयरपोर्ट से लेकर होटल, सम्मेलन स्थल और संभावित आवास तक सुरक्षा तंत्र को बहुस्तरीय बनाया गया है। स्थानीय प्रशासन, आईबी, एसपीजी और सीआईएसएफ मिलकर सुरक्षा उपायों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का अवसर
यह पहली बार है जब देश की सर्वोच्च पुलिस कॉन्फ्रेंस की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिली है। इससे न केवल राज्य की छवि मजबूत होगी, बल्कि नवा रायपुर के विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान भी मिलेगी। इस कार्यक्रम से पर्यटन, होटल उद्योग और स्थानीय व्यवसायों को भी बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे पर होगी व्यापक चर्चा
कॉन्फ्रेंस में निम्न विषयों पर विशेष बल दिया जाएगा। आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने की नई रणनीतियाँ
साइबर अपराध और डिजिटल सुरक्षा
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित पुलिसिंग
राज्यों के बीच इंटेलिजेंस साझेदारी को मजबूत करना
सीमा सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा के समन्वय को और प्रभावी बनाना
Positive सार
छत्तीसगढ़ में होने वाली यह डीजीपी कॉन्फ्रेंस राज्य के लिए एक ऐतिहासिक मौका है। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह की उपस्थिति से यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो गया है। नवा रायपुर में होने वाली यह बैठक न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि प्रदेश के प्रशासनिक और राजनीतिक परिदृश्य पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
यह कॉन्फ्रेंस छत्तीसगढ़ की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और राष्ट्रीय स्तर पर उसकी उभरती स्थिति को भी दर्शाती है।

