Anukampa Niyukti Chhattisgarh: गरियाबंद जिले में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर अनुकंपा नियुक्ति और आंगनबाड़ी रिक्त पदों की पूर्ति के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत 50 अनुकंपा नियुक्तियां और 206 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं की नियुक्तियां की गईं। मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में इन नवनियुक्त कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
दीपशिखा सिन्हा: उम्मीद की एक कहानी
18 वर्षीय दीपशिखा सिन्हा, छुरा विकासखंड के ग्राम पंचायत पाण्डुका की निवासी, इस अभियान का एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं। उनकी मां, श्रीमती दुर्गा सिन्हा, प्राथमिक बालक शाला पाण्डुका में सहायक शिक्षक थीं। उनके आकस्मिक निधन के बाद परिवार पर आर्थिक संकट छा गया। लेकिन राज्य सरकार की अनुकंपा नियुक्ति नीति (Anukampa Niyukti) के अंतर्गत दीपशिखा को 10 सितंबर 2024 को चतुर्थ श्रेणी में भृत्य के पद पर नियुक्त किया गया। अब वह शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला अतरमरा में कार्यरत हैं। दीपशिखा ने बताया, कि
“सरल प्रशासनिक प्रक्रिया के कारण मुझे कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़े। अब मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति स्थिर हो गई है।”
206 महिलाओं को मिला रोजगार
गरियाबंद जिले में आंगनबाड़ी रिक्तियों को भरने के लिए किए गए प्रयासों का परिणाम है कि 206 महिलाओं को रोजगार मिला। नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी खुशी साझा की। उन्होंने इस पहल को “महिलाओं को सशक्त बनाने का कदम” बताया।
‘थैंक यू सीएम सर’ एक स्वर में आभार
कार्यक्रम स्थल पर लाभान्वित हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को का धन्यवाद किया। उन्होंने इस अभियान को अपनी जिंदगी बदलने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने भी नवनियुक्त कर्मचारियों को बधाई देते हुए ईमानदारी और समर्पण से काम करने की सलाह दी।
एक बदलावकारी पहल
गरियाबंद जिले में शुरू किया गया यह अभियान केवल नियुक्तियों तक सीमित नहीं है। यह रोजगार, आर्थिक स्थिरता और महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है। मुख्यमंत्री की यह पहल सरकार की संवेदनशीलता और सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती है।
अनुकंपा नियुक्ति नीति में हुआ था बदलाव
राज्य सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए नए साल 2024 में निर्देश जारी किए थे जिसके मुताबिक, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय के बाद, सामान्य प्रशासन विभाग ने 2013 के पुनरीक्षित निर्देशों में संशोधन कर इसे लागू किया गया। निर्देशों के तहत,अगर दिवंगत शासकीय सेवक के विभाग या जिले में अनुकंपा नियुक्ति के लिए पद रिक्त नहीं है, तो आवेदन कलेक्टर से संभागायुक्त को भेजा जाएगा, जहां उपलब्ध रिक्त पदों पर तृतीय या चतुर्थ श्रेणी में नियुक्ति दी जाएगी। यह प्रक्रिया कलेक्टर और संभागायुक्त द्वारा तय समय-सीमा में पूरी की जाएगी, ताकि दिवंगत कर्मियों के परिवारों को त्वरित आर्थिक सहायता सुनिश्चित हो सके।