Suman Kumari: BSF की पहली महिला स्नाइपर, कैसे हासिल किया मुकाम?

Suman Kumari BSF: आपको कैसा लगता है जब आप पढ़ते हैं, कि भारत को पहली महिला वैज्ञानिक मिल गई। पहली जेट फाइटर मिल गई। पहली फायर फाइटर मिल गई। पहली विश्व सुंदरी मिल गई। ऐसी तमाम पहली महिलाओं की कहानी प्रेरित करती होंगी। जिन्होंने अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए रास्ते खोल दिए हैं। आपके दिल में गौरव और सुकून के पंख उड़ने लगते होंगे। खासकर अगर आप एक महिला होंगी। आज की कहानी एक बार फिर आपको गौरान्वित होने का मौका देने वाली है। क्योंकि ये कहानी साहस और शक्ति की है। ये कहानी है BSF की पहली female sniper की, ये कहानी है Suman Kumari की…

पहले जानते हैं क्या है स्नाइपर?

स्नाइपर (Sniper) यानी कि निशानेबाज। ये वो वह व्यक्ति होता है जो सटीक निशानेबाजी करने में काफी कुशल होता है। सेना में स्नाइपर (Sniper) का सबसे महत्वपूर्ण रोल होता है। आधुनिक सैन्य इस्तेमाल में स्नाइपर (Sniper) प्रोजेक्टाइल वेपन्स का इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के लिए एक सटीक स्कोप्ड लंबी बंदूक जैसे मार्कसमैन राइफल या स्नाइपर राइफल जो सामान्य से ज्यादा दूरी पर वाले लक्ष्यों पर शूट करते हैं।

BSF की पहली महिला स्नाइपर

आमतौर पर अभी तक भारत में महिला स्नाइपर की संख्या काफी कम है। पुरुषों की वर्चस्व इसमें ज्यादा रहा है। ऐसे में अब भारतीय सशस्त्र बल यानी की BSF को अपनी पहली महिला स्नाइपर मिल गई है। जिनका नाम है सुमन कुमारी (Suman Kumari)। सुमन ने हाल ही में इंदौर के सेंट्रल स्कूल ऑफ वेपंस एंड टैक्टिक्स (CSWT) में आठ हफ्तों का स्नाइपर कोर्स पूरा किया और ‘प्रशिक्षक ग्रेड’ हासिल कर लिया है।

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सुमन कुमारी के बारे में

सुमन हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की रहने वाली हैं। बेहद सामान्य परिवार से संबंध रखने वाली सुमन ने 2021 में बीएसएफ (BSF) ज्वाइन किया। उनकी मां एक हाउस वाइफ और पिता एक इलेक्ट्रीशियन हैं। सुमन के बारे में एक और खास बात ये है कि वो निहत्थे युद्ध (Unarmed combat) में भी कुशल है।

कैसे बनीं स्नाइपर?

सुमन कुमारी (Suman Kumari) के BSF में स्नाइपर (Sniper) बनने की कहानी काफी दिलचस्प है। दरअसल पंजाब में एक प्लाटून की कमान संभालने के दौरान सीमा पार से स्नाइपर हमलों के खतरे को उन्होंने करीब से देखा। यहीं से उन्होंने स्नाइपर कोर्स करने का मन बना लिया और स्वेच्छा से काम किया। सुमन के दृढ़ संकल्प को देखते हुए उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने पाठ्यक्रम में उसकी भागीदारी को मंजूरी दे दी।

महिलाओं को दे रही प्रेरणा

उनके स्नाइपर (Sniper) बनने का सफर भी काफी दिलचस्प रहा। जब सुमन कोर्स कर रही थीं, तब उनके साथ 56 पुरुष ट्रेनिंग ले रहे थे। सुमन कुमारी एकमात्र महिला थीं। सुमन ने सफलता पूर्वक ट्रेनिंग पूरी की और बीएसफ (BSF) की पहली महिला स्नाइपर (BSF’s first female sniper) बन गईं। उनकी यह उपलब्धि दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित करेगी। उनकी सैन्य भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। उनके साहस को देखकर कई महिलाएं इस तरह की भूमिका निभाने के लिए तैयारी होंगी। सुमन कुमारी के प्रशिक्षकों में से एक ने बताया कि स्नाइपर कोर्स के दौरान उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया। जहां अत्यधिक शारीरिक और मानसिक शक्ति की जरूरत होती है, वहां वो खरी उतरीं।

Positive सार

सुमन कुमारी (Suman Kumari) वो एक ऐसी महिला के तौर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं, जो आने वाले समय में सेना में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित करेगी। सुमन कुमारी नई जनरेशन के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं। उनके जज़्बे को seepositive सलाम करता है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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