Nisha Pahuja’s film: भारतीय फिल्म मेकिंग काबिलियत का एक और शानदार उदाहरण देखने को मिला है, दरअसल भारतीय फिल्म मेकर Nisha Pahuja की To Kill A Tiger को Oscar 2024 के लिए नॉमिनेशन मिला है। निशा पाहुजा की बनाई ये डॉक्यूमेंट्री ओपेनहाइमर’ और ‘बार्बी’ जैसी फिल्मों के साथ कॉम्पीटिशन में शामिल हैं। एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने 96 वें ऑस्कर के लिए नॉमिनेशन्स की घोषणा कर दी है, जिसमें साल 2023 की बेहतरीन फिल्मों के सुपरहिट फिल्म प्रोडक्शन के बारे में बात की गई है। ऑस्कर अवार्ड्स यानी कि अकादमी पुरस्कार दुनिया भर में फिल्म उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित मानी जाती है।
कौन हैं निशा पाहुजा?
96 वें ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट हुई फिल्म To Kill A Tiger को नॉनिमेट किया गया है। इस फिल्म Nisha Pahuja ने डायरेक्ट किया है। मूल रूप से भारतीय निशा पाहुजा एक कैनेडियन फिल्ममेकर हैं। निशा का जन्म दिल्ली में हुआ और साल 1970 के आस-पास उनका परिवार कनाडा में बस गया। उन्होंने फिल्मी करियर की शुरूआत कनाडाई फिल्ममेकर्स जॉन वॉकर और अली काजिमी के साथ मिलकर एक रिसर्चर के तौर पर की। निशा पहुजा ने ‘द वर्ल्ड बीफॉर हर, बॉलीवुड बाउंड और डायमंड रोड’ जैसी पॉपुलर डॉक्युमेंट्री बनाकर अपनी एक पहचान कायम की है। अब अगर निशा की फिल्म को ऑस्कर मिल जाती है तो ये भारत के लिए गौरव की बात होगी।
टू किल ए टाइगर की कहानी
निशा की डॉक्युमेंट्री टू किल ए टाइगर की स्टोरी काफी इमोशनल और इंस्पायरिंग है। फिल्म में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना और उसके परिवार के संघर्ष को दिखाया गया है। निशा से पहले भारत की गुनीत मोंगा की डॉक्युमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ को ऑस्कर अवॉर्ड मिल चुका है।
भारत को अब तक इतनी बार मिल चुका है ऑस्कर अवॉर्ड
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री ने अपने असाधारण काम के लिए कई बार ऑस्कर अवॉर्ड जीते हैं। भारत ने पहली बार 1957 ऑस्कर जीता था, जब महबूब खान की मदर इंडिया को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए नॉमिनेशन मिला था। उसके बाद सलाम बॉम्बे और लगान जैसी फिल्मों को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म का नॉमिनेशन मिलता रहा है। ये है भारतीय ऑस्कर विनर्स की पूरी लिस्ट….
वर्ष | ऑस्कर विनर भारतीय | फिल्म | कैटेगिरी |
1982 | भानु अथैया | गांधी बायोपिक | बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन |
1992 | सत्यजीत रे | सिनेमा में उनकी असाधारण प्रतिभा और मानवतावाद के लिए | मानद पुरस्कार (Honorary Award) |
2009 | रेसुल पुकुट्टी | स्लमडॉग मिलेनियर | बेस्ट साउंड मिक्सिंग |
2009 | ए.आर. रहमान | स्लमडॉग मिलेनियर | बेस्ट ओरिजिन स्कोर, बेस्ट ओरिजिनल सॉग |
2023 | कार्तिकी गोंजाल्विस और गुनीत मोंगा | द एलीफेंट व्हिस्परर्स | बेस्ट डॉक्यूमेंट्री |
2023 | एम एम कीरवानी ने लिखाराहुल सिपलीगंज और काला भैरवा द्वारा गायनचंद्रबोस द्वारा गीत | RRR नाटू नाटू सॉग | बेस्ट ओरिजनल सॉग |
Positive सार
जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐसी उपलब्धियां मिलती हैं तो आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा और आत्मविश्वास अपने आप ही आता है। अब तक कुछ ही भारतीयों ने प्रतिष्ठित ऑस्कर पुरस्कार भारत के नाम किया है। भारत ने एक्टिंग, म्यूजिक और प्रोडक्शन से लेकर सभी क्षेत्रों में शुरूआत से ही अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है, जो कि उत्कृष्ट भारतीय कृतियों में शामिल है।