रील
लाइफ ‘पैडमैन’ अक्षय कुमार को तो हर कोई जानता है। पर
राजस्थान के महेंद्र राठौर को कम ही लोग जानते हैं। उन्हें अगर रियल लाइफ का एक और
‘पैडमैन’ कहा जाए तो कुछ गलत नहीं
होगा। महेंद्र राठौर नागौर जिले से 120 किमी दूर हरसौर में रहते हैं। वह कज़ाख़िस्तान
में मेडिकल के छात्र हैं और कोविड लॉकडाउन
की वजह से फिलहाल अपने घर से ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। महेंद्र इन दिनों इसलिए
चर्चा में हैं क्योंकि वह अपने आस-पास की महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं
और सैनेटरी पैड के उपयोग को लेकर जागरूक कर रहे हैं।
महेंद्र
कहते हैं कि उन्हें इस काम की प्रेरणा अपनी मां से मिली जो कि एक सामाजिक
कार्यकर्ता थीं और 3 साल पहले एक कार दर्घटना में उनका देहांत हो गया। अपनी मां को
श्रद्धांजलि देने के लिए महेंद्र ने यह मिशन शुरू किया।
18
महीने पहले महेंद्र ने यह कार्य शुरु किया। अब वह 15 हजार से अधिक मुफ्त सैनेटरी
नैपकिन वितरित कर चुके हैं। अपने इस सफर के शुरुआती दौर की बात करते हुए महेंद्र
बताते हैं कि जब वह लुनियावास गांव में पैड देने गये तो महिलाएं उन पर संदेह कर
रही थीं और एक पुरुष के साथ इस मुद्दे पर बात करने से हिचकिचा रही थीं। तब महेंद्र
ने अपनी कुछ महिला मित्र की सहायता ली। अब स्थानीय लोग महेंद्र के काम से खुश हैं
और लोग उन्हें ‘नागौर के पैडमैन‘ के रूप में जान रहे हैं।