75th Republic Day: भारत ने अपना 75वां गणतंत्र दिवस बड़े ही धूम-धाम से मनाया। इस 75वें गणतंत्र दिवस के कई मायनें हैं। भारत के गणतंत्र को बनें आज पूरे 75 साल हो गए। ये भारत का गौरव है कि हमने सभी ने मिलकर एक ऐसा मुकाम पाया है जिसका कोई सानी नहीं है। भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में कई बातें खास रही इनमें से एक खास बात ये भी रही कि भारत के गणतंत्र दिवस के उत्सव में भारत के हर कोने से किसान पहुंचे जिन्हें विशेष निमंत्रण से बुलाया गया था ताकि वो 75वें गणतंत्र दिवस की शोभा को और बढ़ा सकें…
किसान हमारे अन्नदाता हैं। उनका इस खास समारोह में शामिल होना सबसे खास बातों में से एक है। समारोह में पहुंचे 1500 से अधिक किसान दिल्ली में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम का हिस्सा बने। उन्होंने 75वें गणतंत्र दिवस परेड को देखा और देश के गौरव को राजधानी दिल्ली में आत्मसात किया। इन किसानों में देश के अलग अलग हिस्सों के कृषि, मछली पालन, डेयरी से जुड़े किसान शामिल थे।
कृषि और किसान कल्याण योजनाओं का लाभ ले रहे किसान
75वें गणतंत्र दिवस के इस खास कार्यक्रम में उन किसानों को आमंत्रित किया गया था जो केंद्र सरकार की तरफ से चलाए जा रहे विभिन्न कृषि और किसान कल्याण योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। इन योजनाओं में प्रमुख हैं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शामिल हैं। इसके साथ ही वो किसान भी इसमें शामिल हुए जो उत्पादक समूह से जुड़कर लाभ कमा रहे हैं।
झारखंड के किसानों को विशेष आमंत्रण
75वें गणतंत्र दिवस के इस कार्यक्रम में झारखंड से भी कुछ खास किसान पहुंचे थे, जिनमें सात मत्स्य किसान दंपति दिल्ली पहुंचे। ऐसा पहली बार हो रहा है जब गणतंत्र दिवस समारोह में झारखंड के मत्स्य किसान शामिल होकर देश का गौरव बनें हैं। किसानों को यहां तक पहुंचाने के लिए मत्स्य निदेशालय, झारखंड की तरफ से राज्य के सात मछली पालन करने वाले किसानों का चयन किया गया था। केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को विशेष अतिथि के रूप बुलाया गया था जहां किसान अपने जीवन साथी के साथ पहुंचे। इन किसानों ने हवाई मार्ग से नई दिल्ली तक का सफर पूरा किया। दिल्ली आने-जाने, उनके रहने और खाने की व्यवस्था राष्ट्रीय मातिस्यकी विकास बोर्ड (NFDB) झारखंड की तरफ से किया गया था।
किसानों में दिखा उत्साह
भारतीय किसानों में गणतंत्र दिवस समारोह को देखकर काफी खुशी हुई। उनका उत्साह देखने वाला था। दिल्ली पहुंचे मछली पालन करने वाले किसानों की खास बात ये है कि इन किसानों ने मछली उत्पादन के क्षेत्र में काफी सराहनीय काम किया है। साथ ही इन किसानों ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ भी भी उठाया है।
Positive सार
अगर आज से 50 साल पीछे देखें तो किसानों की स्थिति कैसी थी ये सोचना भी मुश्किल होता है और आज जो किसानों की जिंदगी है वो वाकई में एक नए भारत की तस्वीर दिखाती है। किसानों को यू हीं अन्नदाता नहीं कहा जाता है उनकी मेहनत से ही हमें अनाज मिल रहा है। ऐसे में अगर किसानों का ऐसा मान रखा जाएगा तो आप सोच ही सकते हैं कि भारत ने क्या कुछ हासिल किया है और नए भारत का कल सुनहरा होने वाला है।