अमेरिका के न्यू जर्सी (New Jersey) शहर में दुनिया में दूसरे सबसे बड़े हिंदू मंदिर (Hindu Mandir) का उद्घाटन किया गया है। न्यूयॉर्क सिटी से 99 किलोमीटर दक्षिण में न्यू जर्सी की रॉबिन्सविले सिटी में 185 एकड़ में बना अक्षरधाम मंदिर 191 फुट ऊंचा है। 8 अक्टूबर को इस मंदिर का उद्धाटन किया गया।
इस मंदिर की खास बात ये है कि यहां सभी जाति, नस्ल या धर्म के लोग आ सकते हैं। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है और जाहिर तौर पर पश्चिम गोलार्द्ध में यह सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार यह मंदिर मानवता को समर्पित है।
मंदिर की खासियत
- इस मंदिर के निर्माण में लगे पत्थरों को दुनिया के 7 देशों से मंगाया गया है जिनमें बुल्गारिया, इटली, यूनान, तुर्किये और भारत शामिल हैं।
- अक्षरधाम मंदिर में सामने ब्रह्मकुंड या बावड़ी है जिसमें दुनियाभर की 400 अलग-अलग नदियों और झीलों का पानी है।
- इस कुंड में भारत की गंगा और यमुना नदी का भी पानी डाला गया है।
- मंदिर बनाने का मूल उद्देश्य लोगों को मूल्यों के साथ प्रेरित करना है।
- मंदिर में लगे पत्थरों पर रामायण और महाभारत की कहानी को उकेरा गया है।
- मंदिर के स्तंभों और दीवार पर 150 से ज्यादा भारतीय वाद्ययंत्र और भारतीय नृत्य कलाएं बनाई गई हैं।
कला और संस्कृति को संरक्षित करना मंदिर स्थापना का उद्देश्य
मंदिर को स्थापित करने के पीछे के उद्देश्य पर बात करते हुए मंदिर से जुड़े स्वामी का कहना है कि “कला को संरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका उसका पुनर्जन्म होना है। बीएपीएस अपनी तरह से प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने में सक्षमता दिखाई है।हजारों कलाकारों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और उनकी कला को महत्व दिया जा रहा है ताकि उसे आने वाली पीढ़ी के लिए बचाया जा सके।’’
ये भी कहा गया कि “इसमें समावेशिता की भावना है जो दर्शन और पूजा करने के लिए आने वाले हर व्यक्ति को महसूस होगी।