SPECULOOS-3b: एस्ट्रोनॉमर्स ने पृथ्वी की तरह ही एक ग्रह की खोज की है। जिसके बारे में ये सवाल किया जा रहा है कि क्या ये दूसरी पृथ्वी हो सकती है। ये पृथ्वी के आकार वाला नया ग्रह जूपिटर के आकार के एक अल्ट्राकूल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा है। जानेंगे क्या है ये खास रिसर्च और क्यों इसे पृथ्वी की तरह कहा जा रहा है।
पृथ्वी की तरह है नया ग्रह
इस नए एक्स्ट्रासोलर ग्रह या फिर एक्सोप्लैनेट का नाम स्पेकुलोस-3बी (SPECULOOS-3b) रखा गया है। ये नया ग्रह पृथ्वी की अपेक्षा करीब, 55 प्रकाश वर्ष दूरी पर स्थित है। ये बाद दिलचस्प है कि ये बौना तारा हमारे सूर्य से दोगुना ठंडा है, साथ ही दस गुना कम छोटा है वहीं ये सौ गुना कम चमकदार भी है।
यहां एक दिन और एक रात
स्पेकुलोस-3बी (SPECULOOS-3b) हर 17 घंटे में एक बार लाल बौने तारे के चारों तरफ परिक्रमा करता है। जिससे ग्रह पर एक वर्ष पृथ्वी के एक दिन से छोटा होता है। ये एक्सोप्लैनेट भी संभवतः अपने तारे से “ज्वार से बंद” है।
स्पेकुलोस-3बी की खास बातें
- साइंटिस्ट के मुताबिक स्पेकुलोस-3बी अपनी छोटी कक्षा के कारण पृथ्वी द्वारा सूर्य से प्राप्त ऊर्जा की तुलना में प्रति सेकंड लगभग कई गुना अधिक ऊर्जा हासिल करता है।
- ऐसा माना जा रहा है कि ये ग्रह समकालिक रूप से घूम रहा है, इसलिए एक ही पक्ष, जिसे दिन का पक्ष कहा जाता है।
- ये हमेशा तारे का सामना करता है, जैसे चंद्रमा पृथ्वी के लिए करता है।
- यहां रात का पक्ष अंतहीन अंधेरे में बंद होता है।
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Positive सार
SPECULOOS-3b, नेचर एस्ट्रोनॉमी में यह खोज प्रकाशित की गई है। इसके अलावा ये विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स पर भी आधारित है। ये खोज स्पेकुलोस प्रोजेक्ट द्वारा की गई थी। ऐसे वैज्ञानिक खोज भविष्य को एक नई दिशा देते हैं।