Neurostimulator Device: हाल ही में यूके में एक ऐसा डिवाइस बनाया गया है जिससे मिर्गी के दौरे रोके जा सकते हैं। दुनिया में ये पहली बार हुआ है। दरअसल यूके में एक 13 साल के मरीज के सिर पर डिवाइस लगाई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि इस डिवाइस से मिर्गी के दौरे को रोका जा सकता है। जानते हैं क्या है ये डिवाइस और कैसे करता है काम..
यूके में हुआ सफल परिक्षण
यूके में एक 13 साल के बच्चे के सिर में ये डिवाइस लगाई गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि इससे बच्चे के मिर्गी के दौरे में 80 फीसदी की कमी आई है। इस स्टडी में ये कहा गया है कि पहले भी इस डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था लेकिन तब न्यूरोस्टिम्यूलेटर को छाती में रखा जाता था, जिसके तार मस्तिष्क तक जाते थे।
किसे लगाया गया है ये डिवाइस?
जिस बच्चे के साथ ये प्रयोग किया गया है उसका नाम है ओरान नॉल्सन। ओरान को गंभीर मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। ओरान नॉल्सन ऐसे टेस्ट का हिस्सा बनने वाला दुनिया में पहला मरीज है। ओरान की सर्जरी लगभग आठ घंटे तक चली थी। इस सर्जरी को अक्टूबर 2023 में किया गया था। तब से लेकर आज तक ओरान के जीवन में बहुत कुछ बदला है। ओरान सामान्य बच्चों की तरह ही अपनी दिनचर्या को पूरा करता है। वो अपनी पसंद की चीजें आसानी से कर रहे हैं। जैसे टीवी देखना, घुड़सवारी करना।
मिर्गी एक बड़ी बीमारी
दुनियाभर में मिर्गी की बीमारी एक बड़ी समस्या है। ये एक दिमागी बीमारी है जो ब्रेन के फंक्शन में गड़बड़ी की वजह से होती है। जिन मरीजों को ज्यादा मिर्गी के दौरे पड़ते हैं उन्हें लंबे समय के लिए दवाई पर ही डिपेंडेंट रहना होता है।
डिवाइस भविष्य का विकल्प?
ऐसे मरीजों के लिए यूके का ये न्यूरोस्टिम्यूलेटर डिवाइस (Neurostimulator Device) उम्मीद की किरण है। यूके में पहली बार ऐसा एक्सपेरिमेंट किया गया जिसमें मिर्गी के दौरे को कम करने के लिए इस डिवाइस को ओरान के सिर में फिट किया गया है।
कैसे काम करता है ये डिवाइस?
न्यूरोसर्जन मार्टिन टिस्डल के नेतृत्व में इस डिवाइस को फिट किया है। टीम ने ओरान के मस्तिष्क में दो इलेक्ट्रोड डाले। ऐसा तब तक किया गया जब तक कि वे दिमाग के थैलेमस तक नहीं पहुंचे गए। लीड के सिरे न्यूरोस्टिम्यूलेटर (Neurostimulator Device) से जुड़े थे, जिसमें से एक 3.5 सेमी वर्ग और 0.6 सेमी मोटा उपकरण था। इसे ओरान के दिमाग में एक अंतराल में रखा गया था जहां से हड्डी हटाई गयी। इसके बाद न्यूरोस्टिम्यूलेटर को आसपास की खोपड़ी में फिट किया गया। न्यूरोस्टिम्युलेटर मरीज के मस्तिष्क में गहराई तक इलेक्ट्रकिल सिग्नल भेजने का काम करता है। ओरान नॉल्सन के दिन के दौरे को 80% तक कम हो गए हैं।
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Positive सार
अब तक न्यूरोस्टिम्यूलेटर (Neurostimulator Device) को छाती में रखा जाता था, जिसके तार को मस्तिष्क तक पहुंचाया जाता था। लेकिन नए उपकरण से ये उम्मीद की जा रही है कि सब पहले से और आसान होगा। इस स्टडी से ये पता चलेगा कि क्या इस गंभीर प्रकार की मिर्गी के लिए ये डिवाइस एक प्रभावी इलाज है।