AI BHARATAGRI: कृषि में नवाचार आज की मांग है। किसान नई तकनीकों से जुड़ रहे हैं, फसल बोने से लेकर उनके कटते और प्रोडक्ट के रूप में बाजार तक पहुंचने में कई तकनीकों का सामना किसान से होता है। ऐसी ही चीजों से किसानों की मदद के लिए आया है बेंगलुरु स्थित क्रॉप-इनपुट ई-कॉमर्स स्टार्टअप BharatAgri, ये किसानों के लिए गेम-चेंजिंग सॉल्यूशन लाया है।
आईआईटीयन ने की शुरूआत
BharatAgri की स्थापना साल 2018 में IIT मद्रास के पूर्व छात्रों सिद्धार्थ डायलानी और साईं गोले ने मिलकर थी। एग्रीटेक स्टार्टअप का AI-संचालित बॉट किसानों के सवालों के जवाब आसानी से देते हैं।
BharatAgri की वजह से भारतीय कृषि में बड़े बदलाव आए हैं, जो पारम्परिक तरीकों के दायरे से बढ़कर कृषि को अधिक प्रभावी बनाने का काम कर रहे हैं। ये स्टार्टअप आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग कर कृषि को अधिक प्रभावी और स्थायी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इसकी मदद से किसानों को उनकी फसलों के बेहतर मैनेजमेंट, प्रोडक्शन को बढ़ान में किसानों की मदद कर रहे हैं।
किसानों के लिए कैसे मददगार है AI
जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (GAI) बाकी सेक्टर्स के लिए फायदेमंद बन रही है। यह भारत के एग्रीटेक सेक्टर को नई ऊंचाइयां देने में सक्षम है। इससे देश की अर्थव्यवस्था कोआगे बढ़ाने में मदद मिल रही है। नीति आयोग की मानें तो AI का एकीकरण 2035 तक भारत की अर्थव्यवस्था में 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की क्षमता रखता है. ऐसे में, बेंगलुरु के क्रॉप (फसल)-इनपुट ई-कॉमर्स स्टार्टअप BharatAgri किसानों के लिए गेम-चेंजिंग सॉल्यूशन है। इस स्टार्टअप ने GAI को अपने बिजनेस मॉडल में सफलतापूर्वक इंटीग्रेट कर किसानों की मदद की है। जिससे किसानों को नए प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ने में मदद मिल रही है। GPT (जेनरेटिव प्री-ट्रेंड ट्रांसफार्मर) मॉडल का उपयोग करके, BharatAgri का AI-संचालित बॉट किसानों के सवालों का जवाब कुछ सेकंड्स में ही देता है। यह इंसानों की तुलना में कम गलती करता है।
BharatAgri करता है किसानों की मदद
किसानों के लिए यह एक सलाहकार क्रॉप-इनपुट ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की तरह है। ये खेतों में कम प्रोडक्शन की परेशानी का सॉल्युशन देता है। इस स्टार्टअप से खेती के लिए जमीन की तैयारी से लेकर कटाई तक, पोषण प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन, जल प्रबंधन और अंतर-फसल संचालन के बारे में जानकारी जैसी सुविधाएं मिलती है। साथ ही कृषि प्रबंधन के लिए व्यक्तिगत वैज्ञानिक तकनीक भी किसानों को उपलब्ध करवाता है।