अंतरिक्ष में मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में एस्ट्रोनॉट्स रहते हैं। जहां वे रहते हैं, खाते-पीते हैं और काम करते हैं। ऐसे में रोजमर्रा का वेस्ट भी निकलता है। इसके लिए यह प्रोसेस है कि एस्ट्रोनॉट्स इस कूड़े को इकट्ठा कर एक अंतरिक्ष यान की मदद से धरती पर भेज देते थे। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने वेस्ट मैनेजमेंट का अलग ही तरीका ढूंढ निकाला है।
हाल के खबरों के मुताबिक ISS से 78 किलोग्राम कचरा खास बैग में रखकर पृथ्वी की तरफ भेजा गया । यह ट्रैश बैग NASA के जॉनसन स्पेस सेंटर और प्राइवेट कंपनी नैनोरॉक्स ने मिलकर बनाया है। यह अंतरिक्ष में कचरे को हैंडल करने की खास तकनीक है।
हार्वर्ड स्मिथसोनियस सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के एस्ट्रोनॉमर जोनाथन मैकडोवेल ने ट्वीट करते हुए बताया कि ट्रैश बैग 250 किलोग्राम भारी और 1.5 मीटर लंबा बनाया गया है। वे इस बैग को ट्रैक करने का काम कर रहे हैं।
पहले कार्गो शिप से आता था कूड़ा
नैनोरॉक्स के अनुसार, इस ट्रैश बैग में इस्तेमाल किया हुआ फोम, पैकिंग मटेरियल, कार्गो ट्रांसफर बैग्स, ऑफिस का सामान, अंतरिक्ष यात्रियों के हाइजीन प्रोडक्ट्स और उनके कपड़े रखे थे। यह धरती पर कब पहुंचेगा, फिलहाल इस बारे में मैकडोवेल और नैनोरॉक्स ने किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी है।
इसके पहले ISS क्रू को कार्गो शिप के आने का इंतजार करना पड़ता था। तब तक वे अपना कचरा इकट्ठा कर अपने साथ रख लेते थे। जिसके बाद क्रू शिप में कचरा भरकर उसे धरती पर भेजा जाता था। यह ग्रह के वातावरण में आने के साथ ही पूरी तरह जल जाते थे। मगर ट्रैश बैग की तकनीक ज्यादा बेहतर और किफायती है।

