Lab on Wheels से घर-घर पहुंच रहा विज्ञान, जानें किसका है ये क्रिएटिव आइडिया?

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Lab on Wheels: कई लोगों को गणित कठिन लगती है तो किसी को साइंस, लेकिन क्या हो जब आपको आपके घर तक आकर कोई कठिन से कठिन साइंस और मैथ्स के थ्योरीज को सरलता से समझा दे। लेकिन आप सोचेंगे कि ऐसा कौन करेगा भला और ऐसा करने वाला फ्री में तो ऐसा नहीं करेगा। तो हमारे पास आपके सवालों का जबाव है। दरअसल पंजाब के एक टीचर ऐसा कर रहे हैं। उनकी खास पहल का नाम है लैब ऑन व्हील्स (Lab on Wheels), जानते हैं क्या है ये अनोखी पहल और लोगों को क्यों ये पसंद आ रही है।

चलती-फिरती साइंस लैब

पंजाब के पटियाला के रहने वाले जसविंदर सिंह एक शिक्षक हैं। उन्होंने लोगों के मन से कठिन सवालों और साइंस के अनसुलझे थ्योरीज के डर को भगाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने 11 साल पहले एक ऐसे पहल की शुरूआत की जिससे आज पटियाला के घर-घर तक साइंस का जादू चल रहा है। दरअसल जसविंदर सिंह ने अपनी कार को ही साइंस लैब बना दिया है और उसे नाम दिया है लैब ऑन व्हील्स।

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खास है लैब ऑन व्हील्स

लैब ऑन व्हील्स (Lab on Wheels) एक कार पर चलती है। जिसमें आपको गणित के फॉर्मूले से लेकर अंतरिक्ष की अनोखी दुनिया तक, सब कुछ देखने को मिलेगा। जसविंदर सिंह घर-घर तक विज्ञान पहुँचाने के उद्देश्य से ऐसा कर रहे हैं।

कैसे मिली प्रेरणा?

एक साक्षात्कार में जसविंदर बताते हैं कि एक दिन वो स्कूल में प्रैक्टिकल परीक्षा ले रहे थे। तब उन्होंने ध्यान दिया कि प्रैक्टिकल पर ज्यादा किसी की दिलचस्पी नहीं थी। थ्योरीज के बारे में किसी को पता नहीं था। तभी उनके मन में ये आइडिया आया। बस इसके बाद उन्होंने लैब ऑन व्हील्स शुरू की। उन्होंने अपने पैसों से यह लैब बनाई। जसविंदर अलग-अलग संस्थानों, चौराहों, यहाँ तक की मंदिरों में जाकर भी लोगों को ग्रहों, चुंबक और बिजली के बारे में बताते हैं।

लैब ऑन व्हील्स के लिए मिले हैं कई सम्मान

जसविंदर सिंह को उनकी इस खास पहल के लिए कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने अब तक 1359 से ज्यादा प्रदर्शनियां लगाई है। उन्होंने पंजाब के अलावा लैब ऑन व्हील्स (Lab on Wheels) को भारत के 11 राज्यों तक पहुंचाया है। लगभग 7 लाख लोगों को उन्होंने विज्ञान से जोड़ने का काम किया है। उनके काम के लिए उन्हें International Book of Record, Pride of Punjab, शिक्षा रत्न अवार्ड जैसे कई सम्मान भी मिल चुके हैं।

Positive सार

जसविंदर सिंह की इस पहल की वजह से आज लोग विज्ञान को काफी करीब से जान रहे हैं। जसविंदर प्रेरणा देते हैं कि कोई भी काम कठिन नहीं है उनका सिखाने का जुनून और क्रिएटिविटी उन्हें दूसरों से अलग बनाती है।

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Rishita Diwan

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