RAPIDX: भारत की पहली क्षेत्रीय रैपिड रेल सेवा RAPIDX शुरू होने जा रही है। आरआरटीएस (RRTS) की इस ट्रेन की गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। इस बुलेट ट्रेन की तरह दिखने वाली ट्रेन 60 मिनट में 100 किलोमीटर तक का सफर करने की सुविधा प्रदान करेगी। फिलहाल दिल्ली मेट्रो की ट्रेनें 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाई जाती हैं।
इन स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा
इस रेल की सेवाएं फिलहाल 17 किलोमीटर लम्बे सेक्शन पर दी जाएंगी, जिसमें 5 स्टेशन शामिल हैं- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन। रैपिड रेल का यह सेक्शन दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसके संचालन का पहला चरण साहिबाबाद और दुहाई के बीच की दूरी को कवर कर रहा है, जबकि दूसरा चरण दुहाई से मेरठ दक्षिण स्टेशन के बीच होगा। यह देश की पहली रेलवे प्रणाली है जिसे इतनी तेज गति से पूरी लंबाई में प्रोजेक्ट के लिए खोला जा रहा है।
8 लाख यात्री ले सकेंगे लाभ
इस ट्रेन में लगभग 800,000 दैनिक यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं, और यहां तक कि यह ट्रेन महिला पायलट द्वारा चलाई जाएगी। इस रैपिड ट्रेन को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और प्रमुख NCR शहरों में सफर के समय को कम करना है। इस ट्रेन के दोनों छोर पर पायलट केबिन बनाया गया है और यहां महिलाओं के लिए आरक्षित कोच की सुविधा भी दी जाएगी।
रैपिड रेल के फीचर्स
- रैपिड ट्रेन के कोच एडजस्ट होने वाली 2×2 की सीटें होंगी और यात्रियों के खड़े होने के लिए विशेष व्यवस्था भी दी जाएंगी।
- इन ट्रेनों में मुफ्त वाईफाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, सामान रखने की जगह, एक इंफोटेनमेंट सिस्टम की सुविधा दी जाएंगी।
- ऑटोमेटिक प्लग-इन दरवाजों के अलावा रैपिड रेल में जरूरत के आधार पर चुनिंदा दरवाजों को खोलने के लिए पुश बटन दिए जायेंगे।
- हर ट्रेन में एक डिब्बा और हर कोच में 10-10 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व होंगी ।
- प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए जाएंगे और ट्रेनों के दरवाजों को पीएसडी से जोड़ा जाएग, इससे यात्रियों के पटरी पर गिरने जैसी दुर्घटनाएं पूरी तरह से खत्म होगी।
एनसीआरटीसी ने सार्वजनिक परिवहन के साधनों से यात्रा करने के लिए और लोगों की हर जरूरतों को ध्यान में रखकर स्टेशन को डिज़ाइन किया गया है।