HIGHLIGHTS:
• Drone Varun इंसानों को लेकर उड़ने में सक्षम
• 3 महीनों में Drone Varun का समुद्री परीक्षण शुरू होगा
• नौसेना की कई जरूरतों को पूरा करेगा Drone Varun
Drone Varun: भारत ने तकनीक के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। जिसके तहत पहली बार इंसानों को लेकर उड़ने वाला ड्रोन तैयार किया गया है। स्वदेश निर्मित पायलट-रहित ड्रोन वरुण (Drone Varun) को भारतीय नौसेना को लिए तैयार किया गया है। Drone Varun के पूरी तरह परीक्षण होने के बाद युद्ध में पहली बार भारतीय नौसेना युद्धपोतों पर इसका इस्तेमाल करेगी। बाद में यह इंसानों को ले जाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
‘स्वावलंबन’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया अनावरण
नई दिल्ली में आयोजित ‘स्वावलंबन’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Drone Varun के प्रदर्शन को जेखा। इस प्रदर्शन के दौरान पायलट-रहित ड्रोन ने जमीन से लगभग दो मीटर ऊपर उड़ान भरी और फिर वापस उतरने से पहले आगे बढ़ा। स्वदेशी ड्रोन ‘वरुण’ को स्टार्टअप ‘सागर डिफेंस’ के द्वारा निर्मित किया गया है।
Drone Varun इंसानों को भी ले जाने में सक्षम
Drone Varun पूरी तरह से तैयार है। इसकी खासियत यह भी है कि यह इंसानों को भी एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगा। इंसानों को सिर्फ इसमें बैठना होगा। ड्रोन वरुण खुद ही एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगा। यह रिमोट की सहायता से संचालित होगा।
सागर डिफेंस इंजीनियरिंग के संस्थापक और सीईओ निकुंज पाराशर ने एक इंटरव्यू में बताया कि ‘वरुण’ का उपयोग शुरुआत में नौसेना में सामानों की ढुलाई में होगा। जिसमें चार ऑटो पायलट मोड हैं, कुछ रोटर के खराब होने की स्थिति में भी लगातार उड़ने की क्षमता रखते हैं। फिलहाल इस ड्रोन का जमीन पर ट्रायल हो चुका है, और अगले तीन महीने में इसका समुद्री परीक्षण होगा।
फिलहाल चल रहे परीक्षण में ड्रोन वरुण सामान को एक जहाज से दूसरे जहाज तक पहुंचाने में सही साबित हुआ है। इसका उपयोग मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए भी हो सकता है। सागर डिफेंस को यह प्रोजेक्ट नौसेना की तरफ से दिया गया था। कंपनी की तरफ से कहा गया था कि इस प्रोजेक्ट लगभग डेढ़ साल में पूरा होना है।
Drone Varun की खासियत
एक उड़ान भरकर 25 किलोमीटर तक पहुंचने की क्षमता |
130 किलो तक का सामान या लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकता है |
जमीन से दो मीटर ऊपर उड़ सकता |
टाइम लिमिट 25 से 33 मिनट।
जल्द होगा समुद्री परीक्षण |