विकासशील देशों में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के विकास और इनकी कार्यप्रणाली को सक्षम बनाने के लिए अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी भारत को एक वैश्विक डिजिटल इनोवेशन हब के रूप में स्थापित करेगी। इसके लिए भारत को जरूरी सभी अवसर मिलेगा। खास बात ये है कि यह दूसरे देशों के लिए अनुकरणीय मॉडल के रूप में स्थापित हो गया है। यह पूरी बात नैसकॉम की तरफ से कही गई बात का सार है। इस संस्था ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समावेशी विकास, प्रतिस्पर्धी बाजारों को बढ़ावा देने और व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा के लिए DPI के कार्यान्वयन के लिए वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने के लिए मिलकर काम करने की सोच रखते हैं।
नैसकॉम ने बयान जारी कर कहा कि यह साझेदारी भारत के सफल कार्यान्वयन का लाभ उठाते हुए विकासशील देशों में DPI के विकास और तैनाती के माध्यम से खुली और समावेशी डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्यों को पूरा करेगी।
अमेरिका और भारत गोपनीयता, डेटा सुरक्षा और बौद्धिक संपदा की रक्षा के लिए उचित सुरक्षा उपायों सहित मजबूत DPI के विकास और तैनाती को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ प्रयास करेंगे।
भारतीय आईटी उद्योग के शीर्ष निकाय ने इसके बारे में कहा कि दोनों देश जिम्मेदार एआई की दिशा में काम करने के लिए समर्पित है। इसका लक्ष्य एआई शिक्षा को आगे बढ़ाना, व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा देना और भेदभाव और पूर्वाग्रह से संबंधित चिंताओं का समाधान करना है।
नैसकॉम एआई के लीडरशिप वाली तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने और उसे आगे बढ़ाने, सभी क्षेत्रों में इनोवेशन और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसमें यह भी कहा गया है कि अत्यधिक कुशल पेशेवरों की प्रचुरता, संपन्न स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और दूरदर्शी मानसिकता के साथ, भारत एआई प्रगति में सबसे आगे हो गया है।
जनरेटिव एआई के जिम्मेदार उपयोग पर नैसकॉम के व्यापक दिशानिर्देश एआई के क्षेत्र में नैतिक और जिम्मेदार प्रथाओं को बढ़ावा देने और इनोवेशन को जारी रखते हुए एक वैश्विक बेंचमार्क स्थापित करना भारत की प्रतिबाद्धता का शानदार उदाहरण हैं।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद दोनों देशों के रिश्तों में काफी मजबूती आने की चर्चाएं हो रही है। इसी बीच नैसकॉम की ओर से कहा गया है कि भारत आने वाले समय में वैश्विक डिजिटल इनोवेशन हब के रूप में अपनी पहचान स्थापित होगा।