Vegan diet: आपने आमतौर पर दो तरह के आहार लेने वाले लोगों के बारे में सुना होगा, एक वेजीटेरियन और दूसरा नॉनवेजीटेरियन। लेकिन आज के समय में आपको तीसरे तरह के लोग मिलेंगे जो शाकाहारी, मांसाहारी ना हो करके ‘वीगन’ होते हैं। विगन डाइट (vegan diet) या विगनिज्म (veganism ) एक ऐसी शाकाहरी डाइट है, जिसमें लोग मांसाहार तो बिल्कुल नहीं खाते साथ ही एनिमल प्रोडक्ट यानी पशुओं से मिलने वाले आहार जैसे- दूध, दही, घी, पनीर और शहद का भी उपयोग नहीं करते हैं। वीगन डाइट अपनाने वाले लोग सिर्फ प्लांट बेस्ड भोजन ही खाते हैं। आइए जानते हैं कि वीगन लोगों की संख्या तेजी से क्यों बढ़ रही है, साथ ही जानते हैं वीगन डइट के क्या-क्या फायदें हैं और क्या नुकसान हैं।
क्यों बढ़ रहा है वीगन डाइट का चलन
वर्तमान समय में लोग अपने हेल्थ को लेकर काफी सजग रहते हैं। पहले के समय में लोग बिना किसी एक्स्ट्रा एफर्ट्स के ही फिट रहते थे लेकिन अब हमें अपने शरीर और खान-पान पर खास ध्यान देना पड़ता है। वीगन डाइट की तरफ लोगों का बढ़ता रुझान इसीलिए भी है क्योंकि वीगन डाइट(vegan diet) को वजन कम करने और फिट रहने के लिए काफी कारगर माना गया है। वहीं कुछ लोग पशु प्रेमी होने के कारण भी वीगन बन रहे हैं। वीगन टाइट में डेयरी प्रोडक्ट (dairy products)नहीं खाया जाता क्योंकी सारे डेयरी प्रोडक्ट दूध से तैयार होता है और लोगों का मानना है कि दूध पर सिर्फ गाय के बछड़े का अधिकार होता है।
ब्लड प्रेशर, शुगर होता है कंट्रोल
वीगन डाइट अपनाने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। उसका कारण है वीगन डाइट में जिस तरह का आहार शामिल हैं उनमें में एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant ) भरपूर मात्रा में होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को पुरानी बीमारियों से बचाती हैं और शरीर में बीपी और शुगर का लेवल को संतुलीत रखती हैं।
नो कोलेस्ट्रॉल, नो हार्ट प्रॉब्लम्स
क्योंकी वीगन डाइट पूरी तरह से प्लांट बेस्ड होती है इसलिए इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है, साथ ही सैचुरेटेड फैट भी बहुत कम होता है। वीगन डाइट दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम करता है और हार्ट को भी हेल्दी रखता है।
वेट मेंटेन करने में मददगार
वीगन डाइट में फैट और कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है इसलिए इससे वजन बढ़ता भी नहीं और अगर ओवर वेट लोग इसे अपनाते हैं तो तेजी से वजन कम करने में मदद मिलती है। वीगन लोगों के BMI (body mass index ) की तुलना अगर हम नॉनवेज खाने वालों से करें तो, वीगन लोगोंका बीएमआई बहुत कम होता है। इसलिए ज्दातर लोग वीगन डाइट को वजन कम करने के लिए फॉलो करते हैं। वीगन डाइट फॉलोवर्स फाइबर से भरे भोजन करते हैं, जो लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखता है।
क्या हैं विगन डाइट के नुकसान?
कभी-कभी हमारे शरीर को कुछ ऐसे पोशक तत्व या विटामिन्स की जरूरत होती है जो ((vegan diet))विगन डाइट में नहीं पाए जाते, जैसे- कैल्शियम जो दूध में पाया जाता है और ओमेगा-3 जो मांसाहार से मिलता है। ऐसे में अगर हम वीगन डाइट अपनाए हुए हैं तो हमारे शरीर में इन जरूरी विटामिन्स की कमी हो सकती है। कई बार शरीर को उन न्यूट्रीशन्स की जरूरत होती है जो वीगन आहार से पूरा नहीं करता। ऐसे में वीगन डाइट किसी के लिए नुकसान दायक भी हो सकती है।
Positive सार
वीगन डाइट खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए और जानवरों के लिए प्रेम दिखाने का बहुत ही अच्छा विकल्प है। अगर आप भी वीगन बनने की सोच रहे हैं तो पहले तय कर लें कि आपको किस कारण से वीगन डाइट अपनाना है। बेहतर होगा कि किसी अच्छे डायटिशीयन की सलाह लें और उन्हें अपने बॉडी की सभी कमियों और जरूरतों के बारे में बताएं उसके बाद ही पूरी तैयारी के साथ वीगन डाइट को अपने जीवन में शामिल करें।