Galleri: मेडिकल साइंस ने एक अच्छी खबर दी है। जिसके भविष्य में कई फायदे होंगे वैज्ञानिकों ने एक ऐसा ब्लड टेस्ट खोज निकाला है, जो कई तरह के कैंसरों को डिटेक्ट करने में सक्षम होगा, वह भी एक बार में।
सामन्यत: ऐसा होता है कि कोई भी व्यक्ति टेस्ट और डायग्नोसिस के लिए कुछ लक्षण दिखने के बाद ही जांच के लिए जाता है।कई बार तो बहुत देर तक हो जाती है। और देरी का यही कारण कई बार बीमारी को लाइलाज बना देता है। लेकिन जिस टेस्ट की बात यहां हो रही है, वह ना केवल बगैर लक्षणों वाले लोगों में कैंसर का पता लगा पाएगा बल्कि ऐसे कैंसरों का भी पता लगा सकता है, जिनके लिए कोई ठोस स्क्रीनिंग प्रोसेस फिलहाल मौजूद ही नहीं है।
Galleri टेस्ट
मेडिकल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मानें तो, हाल ही में 6,662 लोग एक टेस्ट का हिस्सा बने थे, जो पाथफाइंडर स्टडी (ग्रेल) के द्वारा कंडक्ट करवाया गया था। ग्रेल एक हेल्थकेयर कंपनी है, जो कैंसर स्क्रीनिंग को बेहतर बनाने पर रिसर्च और काम कर रही है। सैंपल साइज़ में मौजूद लोगों की उम्र 50 साल या उससे अधिक थी। इसकी वजह यह कि इस उम्र के लोगों में कैंसर रिस्क ज्यादा होता है। इस टेस्ट के रिजल्ट्स को ESMO (यूरोपियन सोसाइटी फॉर मेडिकल ऑन्कोलॉजी)
Congress 2022, पेरिस में प्रस्तुत किया गया और टेस्ट का नाम था- Galleri
इस अध्ययन में भाग लेने वाले एक फीसदी लोगों में कैंसर पाया गया, जिसमें उस तरीके के कैंसर भी शामिल हैं, जिनके लिए अभी कोई स्क्रीनिंग मेथड तक नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ है कि इस टेस्ट के रिजल्ट को प्रकाशित किया। मल्टी-कैंसर अर्ली डिटेक्शन (MCED) परीक्षण को, गैलरी (MCED-E) के पुराने और गैलरी (MCED-Scr) के रिफाइंड वर्जन, दोनों को उपयोग कर मापा गया।
गैलरी टेस्ट एक MCED टेस्ट टेकनीक है, जिसे ग्रेल कंपनी ने तैयार किया है। इसका प्रमुख काम है, उन बायोलॉजिकल सिग्नल्स या संकेतों को खोजना है, जो हिंट दें कि शरीर में कैंसर के सेल्स हैं। ये ब्लड-स्ट्रीम में मौजूद कैंसर सेल्स द्वारा छोड़े हुए DNA पता लगाकर बीमारी का पता लगाता है। खून के परीक्षण से यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि शरीर में संभावित खतरा कहां है।