WHO: वजन कम करने की बात जब भी आती है लोग सबसे पहले कार्बोहाइड्रेट कम करने की सलाह देते हैं। ऐसी स्थिति में एनर्जी लो होने पर भी ये कहा जाता है कि कार्बोहाइड्रेट प्रॉपर नहीं लिया जा रहा है। लेकिन क्या वाकई लोगों को ये पता होता है कि उन्हें कितनी कार्बोहाइड्रेट लेनी चाहिए। हाल ही में इस बात को लेकर WHO ने एक गाइडलाइन जारी की है।
WHO की गाइडलाइन
WHO की तरफ से जारी गाइडलाइन में ये कहा गया है कि एडल्ट और बच्चों के लिए सैचुरेटेड और ट्रांस फैट को न्यूट्रिएंट से रीप्लेस की जाए। इसके लिए अपने खाने में प्लांट बेस्ड और अनाज बेस्ड कार्बोहाइड्रेट शामिल करने को कहा गया है। बता दें कि सैचुरेटेड फैट मीट, डेयरी प्रोडक्ट, तेल, बेकरी प्रोडक्ट, पैक्ड स्नैक्स में शामिल होते हैं।
WHO ने यह भी कहा कि कार्बोहाइड्रेट लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसकी क्वालिटी अच्छी हो। ये देखें कि उससे आपके हेल्थ पर अच्छा असर होता है या नहीं। नई गाइडलाइन में 2 साल के ऊपर के बच्चे भी शामिल हैं।
क्या है कार्बोहाइड्रेट और इसके फायदे?
कार्बोहाइड्रेट कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का मिक्शचर होता है। ग्लूकोज, फ्रक्टोज, गन्ने की शक्कर, स्टार्च और सेल्युलोज ये सब कार्बोहाइड्रेट होते हैं। बोलचाल में इन्हें कार्ब्स भी कहते हैं। ये एक प्रकार का मैक्रोन्यूट्रिएंट है। यह खाने-पीने की चीजों में होता है। कार्ब को हमारा शरीर ग्लूकोज में बदलकर एनर्जी देता है। तभी किसी की एनर्जी के कम होने पर डॉक्टर खाने-पीने में कार्ब ज्यादा लेने की बात कहते हैं।
हेल्दी व्यक्ति को कितना कार्बोहाइड्रेट लेना चाहिए?
महिला और पुरुष के लिए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अलग तय है। एक हेल्दी पुरुष को एक दिन में 2000 और एक महिला को 2500 कैलोरी की आवश्यक्ता होती है। ह्यूमन बॉडी को कैलोरी का 45-65% हिस्सा, कार्बोहाइड्रेट से मिलता है।
उदाहरण के लिए जब एक पुरुष को रोजाना कम से कम 2000 कैलोरी की जरूरत है तो उसे 225-325 ग्राम कार्बोहाइड्रेट अपने खानपान में शामिल करना होगा वहीं महिलाओं को 325 ग्राम से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होगी।
कार्बोहाइड्रेट की सही मात्रा व्यक्ति विशेष पर निर्भर होता है। अगर व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है तो उसके लिए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अलग होती है, अगर मोटापा की बीमारी है तब उसके लिए मात्रा अलग होगी।