Highlights:
- बच्चों की वैक्सीन को मिली मंजूरी
- 12 से 18 साल के बच्चों को आपात स्थिति में दी जाएगी कोविड की वैक्सीन
- 3 जनवरी से होगी बच्चों के वैक्सीन की शुरूआत
- Frontline Workers के लिए 10 जनवरी से वैक्सीन की Precaution Dose
- 60 से अधिक के उम्र के Co-Morbidity वाले नागरिकों को डॉक्टर के सलाह पर बूस्टर वैक्सीन
- भारत बायोटेक को दिया जा रहा है को-वैक्सीन का ऑर्डर
पीएम मोदी ने 25 दिसंबर को राष्ट्र को संबोधित किया। बढ़ते कोविड के मामलों के बीच उन्होंने देश में बच्चों की सुरक्षा की ओर कदम बढ़ाने का फैसला लिया है। पीएम मोदी ने यह घोषणा की, कि अब देश में 15 से 18 तक की उम्र के बच्चों को कोविड से सुरक्षा के लिए वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने का यह फैसला कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को और मजबूत करेगा। साथ ही स्कूल-कॉलेज जा रहे बच्चों के अभिभवाकों की चिंता को भी कम करेगा।
3 जनवरी से होगी बच्चों के वैक्सीन की शुरूआत
पीएम मोदी ने यह बताया कि बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरूआत 3 जनवरी से की जाएगी। हालांकि DGCI ने भले ही 12 से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन की मंजूरी दे दी हो लेकिन भारत सरकार ने फिलहाल 15 साल से ऊपर के बच्चों को ही वैक्सीन की डोज देने का फैसला लिया है। DGCI ने कोवैक्सीन की बच्चों को दी जाने वाली वैक्सीन को मंजूरी दी है।
Frontline Workers के लिए वैक्सीन की Precaution Dose
पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का कोरोना से लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान है। देश को सुरक्षित रखने में उनकी भूमिका बड़ी है। ऐसे में एहतियात के तौर पर सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की Precaution Dose दी जाएगी। इसकी शुरूआत 10 जनवरी से होगी।
इसके अलावा 60 से अधिक के उम्र के Co-Morbidity वाले नागरिकों को उनके डॉक्टर के सलाह पर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज दी जाएगी। इसके लिए भी समय 10 जनवरी तय की गई है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक लगभग 10 करोड़ बच्चों को यह वैक्सीन लगेगी। निश्चित रूप से बच्चों को इसका फायदा मिलेगा और उन माता-पिता की परेशानी को खत्म करेगा जिनके बच्चे स्कूल-कॉलेज जाना शुरू कर चुके हैं।