Yoga Nidra: योग हजारों सालों से भारत की परंपरा और संस्कृति रही है। यहां के संत और ऋषि मुनि पुरातन काल से योग अभ्यास करते आ रहे हैं। आज पूरी दुनिया भारत की इस कला का अपना रही है। योग बड़ी से बड़ बीमारी और तनाव को दूर करने में मदद करती है। योग के कई फायदेमंद अभ्यासों में से एक है ‘योग निद्रा’ (Yog Nidra )इसे आप ध्यान या सोने की कला भी कह सकते हैं। योग निद्रा के कई सेहत से जुड़े फायदे हैं। आइए जानते हैं क्या है योग निद्रा और ये कैसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
क्या है योग निद्रा?
योग निद्रा (Yog Nidra) एक तरह से आध्यात्मिक नींद है। यह सोने और जागने के बीच की वह स्थिति है जिसमें शरीर आराम करने के साथ-साथ उर्जावान भी होता है। योग निद्रा एक तरह के डीप मेडिटेशन की तरह है। योग निद्रा करने के बाद कुछ ही समय में लंबी नींद की तरह ताजगी महसूस होती है और मन को शांति भी महसूस होती है।
कैसे करें योग निद्रा अभ्यास?
हालांकी योग निद्रा का अभ्यास आप इंटरनेट से देखकर भी सीख सकते हैं लेकिन किसी एक्सपर्ट से सीखा गया अभ्यास जल्दी और सटीक फायदा पहुंचाता है। हम यहां आपको योग निद्रा के स्टेप्स के बारे में बता रहे हैं।
- शांत जगह चुने, ढीले और आरामदाक कपड़े पहनें और जमीन पर मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- शवासन में पीठ के बल लेट जाएं और अपनी सांसों पर ध्यान लगाकर सांसों को सामान्य करें।
- दिमाग को भी शांत करें, धीरे-धीरे मन में आ रहे विचारों को कंट्रोल करके एकाग्र करें।
- अब दाएं पैर के पंजे पर कुछ देर ध्यान केंद्रिंत करें फिर धीरे-धीरे ध्यान घुटनों फिर जांघों की तरफ लाएं।
- इसके इसी स्टेप को बाएं पैर के लिए भी रिपीट करें।
- इसके बाद बॉड के सेंटर पार्ट्स पर अपना ध्यान लगाएं जैसे, पेट, नाभी और चेस्ट।
- इसके बाद उंगलियों, हथेलियों, कुहनी, कंधे से होते हुए चेहरे और फिर मस्तिष्क पर ध्यान लगाएं।
- इस पूरे स्टेप्स के दौरान शरीर में संचालति होती नई ऊर्जा को महसूस करें।
- इसके बाद अपने आसपास के वातावरण की ओर ध्यान ले जाएं।
- लास्ट में राइट करवट लेटे और लेफ्ट नॉस्ट्रिल से सांस छोड़ें।
- धीरे से उठकर बैठ जाएं और धीरे-धीरे अपनी आंखें खोल लें।
योग निद्रा (Yog Nidra)के फायदे
योग निद्रा तनाव, एन्जाइटी और बहुत सी तकलीफों में वरदान की तरह साबित होता है। योग निद्रा के फायदे इस तरह हैं-
नींद नहीं आने की समस्या खत्म हो जाती है।
योग निद्रा दिमाग को शांत करता है जिससे तनाव में राहत मिलती है।
इस छोटे से अभ्यास से लंबी नींद जैसा आराम मिलता है।
योगी के दूसरे आसनों के लिए शरीर को एक सही टेम्प्रेचर मिलता है।
इससे एकाग्रता में तेजी आती है जिससे भूलने की आदत कम होती है।