Unity and happiness in the family: अगर कोई व्यक्ति खुश है, सफल है, सकारात्मक है और बेहतर जीवन की कल्पना करता है तो जरूर उसके पास एक अच्छा परिवार है। भले ही ये बातें किताबी लगें लेकिन ये बात 90 प्रतिशत सही साबित होती है और ये हम नहीं कह रहे हैं एक रिसर्च में ये बात कही गई है। इस रिसर्च के मुताबिक वो लोग जीवन में ज्यादा सफलता और खुशी हासिल करते हैं जो परिवार का साथ देते हैं या परिवार के साथ होते हैं। एक और रिसर्च ये भी कहती है कि परिवार के साथ रहने वाले लोग ज्यादा खुश होते हैं। इसीलिए भारत में ज्वाइंट फैमिली का कल्चर काफी सफल साबित होता है।
जो लोग ज्वाइंट फैमिली में पलते-बढ़ते हैं वो उन्हें हर स्थिति में एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम मिलता है। बड़े परिवार के बच्चों की परवरिश भी बहुत अच्छे तरीके से होती है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि Positive और सक्सेसफुल लाइफ के लिए परिवार का क्या रोल होता है और कैसे आप अपने परिवार के साथ तालमेल बिठा सकते हैं।
क्यों जरूरी है परिवार?
भले ही लोग आपका साथ छोड़ दे लेकिन परिवार हमेशा आपके साथ खड़ा रहता है। परिवार में हर तरह के ख्यालों वाले लोग एक छत के नीचे आपस में चीजें शेयर करते हैं, तो जाहिर सी बात है कई सारी चीज़ों को लेकर उनके विचार अलग होते हैं तो किसी भी बात पर कई सारे पॉजिटिव राय भी होते हैं।
परिवार के साथ वक्त बिताएं
छुट्टी वाले दिन की प्लानिंग अक्सर हमारे अकेले की हो जाती है या दोस्तों के साथ ही होती है। लेकिन अगर हम यही समय अपने परिवार को दें तो कैसा होगा। आपके इस कदम से परिवार में अपने आप ही आत्मीयता का रंग चढ़ जाएगा। इतनी सारी बातों के बीच भी कई सारे ऐसे भी लोग होते हैं जिसमें कई लोगों की लिस्ट में सबसे लास्ट में परिवार होता है। फैमिली के साथ वक्त बिताकर हम उन्हें और करीब से जान सकते हैं। जो आपके आने वाली जिंदगी में बहुत काम आएंगी।
बहस वाली स्थिति में भी बनाएं बातचीत का रास्ता
परिवार में माता-पिता, भाई-बहन और भी बड़े लोगों के साथ हमारी आपसी समझ अच्छी नहीं होती है या फिर हमारी बातों और सोचने के तरीकों में डिफरेंस विवाद का कारण बन सकता है। जब ऐसी स्थित आती है तो अक्सर परिवार में तनाव बढ़ते हैं। कोशिश करें ऐसा करके अपने रिश्तों को खराब करने के बजाय अपने आप को कूल रखें और बातचीत के जरिए ही स्थिति को संभालने की कोशिश करें।
सुनने की आदत डालें
आजकल की यंग जनरेशन को ऐसा लगता कि उनके पास चीजों की परख और समझ ज्यादा है वहीं उन्हें ये भी लगता है कि समय बदल रहा है। जो कुछ हद तक ठीक है। लेकिन जब तक हम अपनी पुरानी विचारधाराओं को लेकर आगे नहीं बढ़ेंगे हम बेहतर की तरफ कैसे मुड़ेंगे। यही वजह है कि हम जितना बोलों उतनी ही सुनने की आदत भी डालें ताकि हमारा आने वाला कल कई संभावनाओं से भरा हो।
Positive सार
जरूरी नहीं कि इन तरीकों से 100 प्रतिशत परिवार में चल रही परेशानियों का हल निकल जाएगा। लेकिन इन्हें कोशिश में लाने सो कोई न कोई रास्ता जरूर निकल जाएगा। परिवार चाहे छोटा हो या बड़ा सभी में एक बात लागू होती है, वो ये है कि वहां प्रेम, सम्मान और नई सोच को एक्सेप्ट करने की चाहत होनी चाहिए तभी हम Positive चेंज का हिस्सा बनकर समाज को भी बेहतरी की तरफ ले जाएंगे।

