Trachoma: आंखों में होने वाली बीमारी ‘ट्रेकोमा’ से भारत अब पूरी तरह से मुक्त हो गया है। WHO ने भारत को ट्रेकोमा मुक्त घोषित कर सम्मानित किया है। ट्रेकोमा आंखों को प्रभावित करने वाली बीमारी है। इसके ज्यादा फैलने से पीड़ित इंसान अंधा भी हो सकता है।
क्या होता है ट्रेकोमा?
ट्रैकोमा (Trachoma)आंखों में होने वाला जीवाणु संक्रमण है। यह बीमारी क्लैमाडिया ट्रैकोमेटिस नाम के बैक्टीरिया से होता है। अक्सर एक से 9 साल तक के बच्चों में यह बीमारी ज्यादा देखी जाती है। अभी तक पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में इस बीमारी को ज्यादा देखा गया है। हालांकी अब भारत में ट्रेकोमा के एक भी मरीज नहीं हैं। लेकिन दूसरे देशों में अब भी इसके मरीज देखने को मिल सकते हैं।
कैसे होता है ट्रेकोमा?
ट्रेकोमा का मुख्य कारण साफ-सफाई की कमी और गंदा पानी होता है। स्वच्छता की कमी और गंदे पानी की आपूर्ति के कारण ट्रेकोमा का संक्रमण होता है। ट्रेकोमा, पीड़ित इंसान के डायरेक्ट कॉन्टेक्ट में आने से भी फैलता है। साथ ही यह (Trachoma)मक्खियों के जरिए भी ट्रांसमीट होता है।
भारत तीसरा ट्रैकोमा फ्री देश
दक्षिण पूर्व एशिया में भारत तीसरा देश है जिसने यह उपलब्धि हासिल की है। भारत से पहले नेपाल और म्यांमार यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) की साइथ ईस्ट एशिया की रीजनल डायरेक्टर साइमा वाजिद ने राष्ट्रीय राजधानी में ऑर्गेनाइज्ड पब्लिक हेल्थ अवार्ड प्रोगराम में भारत को प्रशस्ति पत्र दिया।

