Thyroid Awareness Month 2024: हर साल जनवरी में थायरॉइडे अवेयरनेस मंथ के रूप में सेलीब्रेट किया जाता है। इस महीने थायरॉइड से जुड़े इलाज और उससे बचने के तरीकों पर जागरूकता फैलाई जाती है। इसीलिए हम भी आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप थायरॉइड से सुरक्षा पा सकते हैं, क्योंकि इससे जुड़े डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स का कहना है कि थॉयराइड के लिए सिर्फ दवाइयां ही काफी नहीं होती है। हमें अपनी लाइफस्टाइल में कुछ अच्छी आदतों को भी एड करना होता है जिससे थायरॉइड में मदद मिलती है।
थायरॉइड डिस्ऑर्डर के बारे में
थायरॉइड के तरह होते हैं। हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायरॉइडिज्म।
हाइपोथाइरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्लैंड जरूरत से कम थायरॉइड हार्मोन बनाते हैं, वहीं हाइपरथायरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्लैंड ओवरएक्टिव हो जाते हैं, जिसकी वजह से शरीर में अधिक थायरॉइड हार्मोन बनता है। इन दोनों ही कंडिशन्स की वजह से कई परेशानियों का मरीज को करना पड़ता है। इसलिए इस डिसऑर्डर से सुरक्षा की जरूरत सभी को पड़ती है। इसके लिए दवाईयों के अलावा अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर, आप खुद से ही इस बीमारी से बच सकते हैं। जानते हैं ऐसी कौन सी आदते हैं जो थायरॉइड से देती है सुरक्षा..
बचें स्ट्रेस से
स्ट्रेस की वजह से हमारे हेल्थ पर काफी बुरा असर पड़ता है। इन प्रभावों में थायरॉइड ग्लैंड डिसऑर्डर भी शामिल है। दरअसल, तनाव की वजह से थायरॉइड ग्लैंड ठीक से फंक्शन नहीं हो पाता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट के तकनीकों को अपनाना सबसे जरूरी होता है। योग, मेडिटेशन, जर्नलिंग की मदद से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।
खाने में शामिल हो भरपूर आयोडिन
हमारी डाइट, हमारे शरीर के हर हिस्से पर इफेक्ट डालता है। खाने में आयोडिन की कमी की वजह से, थायरॉइड ग्लैंड ठीक से फंक्शन नहीं कर पाता है। इसलिए खाने में आयोडाइज्ड नमक और फूड आइटम्स को शामिल करना जरूरी होता है, ताकि आयोडिन की कमी न हो जाए। साथ ही, इस बात का भी ख्याल रखना बेहद जरूरी है कि आयोडीन ओवरडोज भी न हो।
एक्सरसाइज को बनाए रूटिन
एक्सरसाइज के कई फायदे हैं जिसमें से एक है थायरॉइड को कम करना। एक्सरसाइज करने से थायरॉइड ग्लैंड को बेहतर तरीके से काम करने में मदद होती है। ब्रिस्क वॉकिंग या साइकिलिंग जैसी एक्सराइज से वजन मेंटेन करने और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखने में हेल्प होती है।
स्मोकिंग से बचें
स्मोकिंग की वजह से शरीर थायरॉइड ग्लैंड पर काफी नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है। स्मोकिंग की वजह से शरीर में आने वाले केमिकल्स, थायरॉइड हार्मोन्स से प्रभावित होते हैं। इससे कैंसर का भी खतरा होता है।
नींद पूरी है जरूरी
नींद की कमी हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होती है। नींद की कमी की वजह से हमारे हार्मोनल ग्लैंड्स बेहतर तरीके से काम करना बंद कर देते हैं। इसीलिए कोशिश करें कि रोज 7-8 घंटे की सुकून की नींद लें।
Positive सार
थायरॉइड एक ऐसी डिसीज के रूप में सामने आ रही है जो बेहतर रूटिन के अभाव में हमारी परेशानी बन रही है। ऐसे में कोशिश करें कि अपनी आदतों को बेहतर करें जिससे आप ऐसी बीमारियों से सुरक्षित रहें।