नवजात शिशुओं की इम्यूभनिटी काफी नाजुक होती है। बच्चों के जन्म के सयम यह पूरी तरह से विकसित भी नहीं हुई होती है। ऐसे में बड़ों को सावधान रहना बेहद जरूरी होता है। ताकि उन्हें बीमारियों से बचाया जा सके। छोटे-छोटे ध्यान देने वाले कदमों से आप शिशुओं को बीमारियों और इंफेक्शहन से बचा सकते हैं। इन स्टेप्स में छोटे बच्चों की दूध की बॉटल को धोना और स्टशरलाइज करना सबसे अहम कदम है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो जब तक बच्चा् साल भर का न हो जाए तब तक हर बार बॉटल से दूध पिलाने के बाद बॉटल और स्क्रू कैप साफ और स्टेरलाइज करना आवश्यक हो जाता है। दरअसल, बच्चेे कई तरह के इंफेक्शन से लड़ने के लिए उतने स्ट्रॉन्ग नहीं हो पाते हैं। वहीं, दूध में बहुत जल्दी बैक्टीेरिया होते है जो कि बच्चों पर असर डालते हैं। जानते हैं बच्चों को छोटी-छोटी हेल्थ से जुड़ी परेशानियों से कैसे बचा सकते हैं।
बॉइलिंग मेथड जरूरी
एक बड़े पैन में पानी भर लें और इसमें टिट्स और बोतल के सभी पार्ट्स को अच्छे से डलकर धो लें। अब पानी में उबाल आने दें और 5 मिनट तक उबलने के बाद सभी पार्ट्स को पैन में ही ठंडा होने के लिए रहने दें। अब इन्हेंज एक बर्तन में रखकर फ्रिज में 24 घंटे के लिए स्टोर कर दें। जिसके बाद इस्तेमाल कर सकते हैं।
बॉटल क्लीन करने का तरीका
दूध की बॉटल को साफ करने के लिए पहले इसे बॉटल को ब्रश से अच्छी तरह धो लें। छेद में जमा दूध टीट बॉटल ब्रश की मदद से अलग रख लें। गर्म पानी में डिश वाशिंग डिटर्जेंट मिलाकर रखे। अब इसमें गर्म पानी और डिश वाशिंग डिटर्जेंट डालकर हिलाकर धो लें। फिर एक बार साफ पानी से धो लें।
स्टेरलाइज मेथड को करें ध्यान से
दूध की बॉटल को स्टेरलाइज मेथड से साफ करने के लिए बोतल के सभी पार्ट्स स्टेरलाइजर में रख दें। फिर उसे पानी में डाल दें। अगर आप माइक्रोवेव स्टेरलाइज यूज कर रही हैं तो स्टरलाइज़र को माइक्रोवेव में रखकर ऑन करें। इसके बाद सभी पार्ट्स को फ्रिज में एक कंटेनर में स्टोर करके रखें। अब धोकर इस्तेमाल कर सकते हैं।