CPR: क्या है सीपीआर देने का सही तरीका?

आज के समय में हृदय गति रुक जाना (Cardic Arrest) एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। ऐसे में समय पर सही कदम उठाना जीवन रक्षक साबित हो सकता है. भारत सरकार इसी उद्देश्य से “CPR is Your Superpower” नामक अभियान चला रही है, जिसका लक्ष्य लोगों को सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) का प्रशिक्षण देकर उन्हें जीवन बचाने का हुनर प्रदान करना है.

सीपीआर क्या है? (What is CPR?)

CPR एक आपातकालीन तकनीक है जिसका इस्तेमाल किसी व्यक्ति के हृदय गति रुक जाने या सांस लेने में रुकावट आने की स्थिति में किया जाता है. इस प्रक्रिया में छाती को दबाने (Chest Compressions) और कृत्रिम श्वास (Rescue Breaths) देकर रक्त संचार और ऑक्सीजन प्रवाह को बनाए रखने का प्रयास किया जाता है. यह प्रक्रिया मस्तिष्क को क्षतिग्रस्त होने से बचाने में मदद करती है, जब तक उचित चिकित्सा सहायता मिल सके.

  • WHO के अनुसार, विश्व स्तर पर हर साल लगभग 1.8 करोड़ लोग कार्डियक अरेस्ट के कारण मृत्यु के शिकार हो जाते हैं.
  • भारत में भी यह समस्या गंभीर होती जा रही है.
  • आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 5 लाख लोग कार्डियक अरेस्ट (Cardic Arrest) से पीड़ित होते हैं.

सीपीआर सीखने का महत्व (Importance of Learning CPR)

समय पर दिया गया सीपीआर (CPR) किसी व्यक्ति के बचने की संभावना को दोगुना से भी ज्यादा बढ़ा सकता है. यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति का सामना करते हैं, जिसकी सांस नहीं चल रही है या हृदय गति रुक गई है, तो हर मिनट देरी उसकी मृत्यु के जोखिम को बढ़ा देती है.

सीपीआर का प्रशिक्षण प्राप्त करने से आप किसी आपातकालीन स्थिति में संयम बनाए रख सकते हैं और जरूरी कदम उठाकर किसी की जान बचा सकते हैं.

सीपीआर अभियान: आपकी जिम्मेदारी

भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा “सीपीआर – आपकी सुपरपावर” अभियान इसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है. इस अभियान के तहत लोगों को निःशुल्क सीपीआर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.

आप विभिन्न सरकारी अस्पतालों, रेडक्रॉस सोसायटी या गैर-सरकारी संस्थाओं (NGOs) से संपर्क कर के निशुल्क सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं.

इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन वीडियो या वेबसाइटों के माध्यम से भी सीपीआर की मूलभूत जानकारी हासिल की जा सकती है.

सीपीआर करने की सरल विधि (Simple Steps of Performing CPR)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसी भी चिकित्सा प्रक्रिया को बिना प्रशिक्षण के स्वयं आजमाना खतरनाक हो सकता है.

यहाँ पर सीपीआर की एक सरल रूपरेखा दी गई है, लेकिन आपको किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है.

  1. सुरक्षा जांच (Scene Safety): सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप और आसपास के लोग सुरक्षित हैं.
  2. प्रतिक्रिया की जांच (Check for responsiveness): व्यक्ति को हल्के से हिलाएं और पूछें कि क्या वे ठीक हैं. यदि कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो तुरंत आपातकालीन सेवाओं को 108 पर कॉल करें.
  3. वायुमार्ग खोलना (Open the Airway): व्यक्ति को पीठ के बल लिटाएं और उनके माथे को एक हाथ से पीछे की ओर झुकाएं, तथा दूसरा हाथ ठुड्डी के नीचे लगाकर सिर को थोड़ा पीछे की ओर हल्का सा झुकाएं.
  4. श्वास की जांच (Check for Breathing): अपने गाल को व्यक्ति के मुंह के पास लाएं और देखें कि क्या छाती उठ रही है और कोई सांस लेने की आवाज आ रही है. 10 सेकंड से अधिक समय तक निरीक्षण करें.
  5. छाती को दबाना (Chest Compressions): यदि व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है, तो छाती को दबाना शुरू करें. सीधे छाती के बीचोंबीच (breastbone) के निचले हिस्से पर अपने हाथों को एक दूसरे के ऊपर रखें. शरीर के ऊपरी हिस्से का उपयोग करते हुए सीधे हाथों से जोर लगाकर छाती को 5 से 6 सेंटीमीटर नीचे दबाएं. छाती को दबाने और छोड़ने की गति तेज होनी चाहिए, लगभग प्रति मिनट 100 से 120 बार.
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Rishita Diwan

Content Writer

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