“संजीवनी केंद्र” छत्तीसगढ़ के ऑर्गेनिक उत्पादों का आउटलेट

Sanjeevani store of cg government: छत्तीसगढ़ प्रदेश वन संपदा से संपन्न है। यहां के जंगलों में मिलने वाली औषधी, शहद, महुआ आदी पूरी तरह से प्राकृतिक रूप में होती है। जंगलों से निकले इन अमृततुल्य उत्पादों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ वन विभाग में संजीवनी केंद्र (sanjeevani center)चलाए जा रहे हैं। जहां आपको 100 प्रतिशत शुद्ध और ऑर्गेनिक उत्पाद मिल जाएंगे। आइए जानते हैं क्या हैं ये संजीवनी केंद्र और राज्य में कहां-कहां स्थित है।

क्या है संजीवनी केंद्र?

संजीवनी केंद्र(sanjeevani center) छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा चलाई जा रही एक आउटलेट सेंटर है। जिसे वन विभाग (chhattisgarh forest department)के द्वारा संचालित किया जाता है। यह एक तरह से दुकान है जो वन विभाग परिसर में , रेलवे स्टेशन्स में या शहर के किसी भी दूसरे स्थान पर चलाए जा रहे हैं। यहां पर छत्तीसगढ़ के जगंलों से निकले खाद्य और औषधीय महत्व के उत्पादों की बिक्री की जाती है।

कब शुरु हुआ संजीवनी केंद्र

संजीवनी केंद्र की शुरुआत 2005-06 में हुई थीइसकी शुरुआत तात्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में की गई थी। उनका उद्देश्य वनवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर देना था। संजीवनी केंद्र के खुलने से अब जंगलों के दुर्लभ उत्पाद शहरों में भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। पहले ही साल में संजीवनी केंद्र से लगभग 12 लाख रुपए का ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बेचा गया था।

प्रदेश सरकार ने की ब्रांडिंग

संजीवनी केंद्र (sanjeevani center)में बिकने वाले सभी उत्पादों को छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘छत्तीसगढ़ हर्बल्स’ के नाम से ब्रांडिंग की है। सभी प्रोडक्ट्स को आकर्षक पैकेजिंग करके बेचा जाता है। यहां मिलने वाली औषधी को प्रदेश के आयुर्वेदिक डॉक्टर्स से भी अच्छा फीडबैक मिल रहा है। ये औषधियां धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में भी उपलब्ध रहती हैं।

औषधियों को मिल चुका है लाइसेंस

संजीवनी केंद्रों में मिलने वाली औषधी राज्य के वन क्षेत्रों में वनौषधि प्रसंस्करण केंद्रों द्वारा तैयार की जाती है। यहां बनने वाली 102 दवाइय़ों को छत्तीसगढ़ सरकार के आयुष विभाग के अंतरगत ड्रग एवं कास्मेटिक एक्ट के अनुसार लाइसेंस भी मिला हुआ है। प्रदेश में रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और राजनांदगांव में संजीवनी केंद्र संचालित हैं।

महिला समूह तैयार करती है प्रोडक्ट

संजीवनी केंद्र में औषधियों के अलावा भी शहद, बिकिट्स, पोहा, ओट्स जैसे प्रोडक्ट भी मिलते हैं। औषधियों का निर्माण जहां वन औषधि केंद्र में किया जाता है। वहीं दूसरे उत्पादों को अलग-अलग इलाकों के महिला समूह बनाते हैं और पैकेजिंग भी करते हैं।

संजीवनी केंद्र में मिलने उत्पाद   

औषधी-  त्रिफला चूर्ण, पंचसम चूर्ण, शतावरी चूर्ण, मधुमेहांतक चूर्ण, पायोकिल (दंत मंजन), सर्दी-खांसी नाशक चूर्ण, हर्बल कॉफी चूर्ण, हर्बल मधुमेहनाशक चूर्ण, गुड़मार चूर्ण, सर्पगंधा चूर्ण, गिलोय चूर्ण, नीमपत्र चूर्ण, दर्द निवारक महाविष गर्भ तेल,  भृंगराज तेल, अश्वगंधा चूर्ण, तुलसी चूर्ण, च्यवनप्राश, कौंचपाक और वासअवलेह के साथ और भी औषधियां उपलब्ध है

ब्यूटी प्रोडक्ट- फेसपैक चूर्ण, केशपाल चूर्ण, उबटन, एलोविरा जेल, साबून, शैंपू, फेस क्रीम

खाद्य पदार्थ- महुआ स्कॉच, महुआ बिस्किट, रागी पास्ता, रागी पोहा, शुगर फ्री कुकीज, शहद, तिखुर, महुआ जैम, अचार आदी।

Positive सार

छत्तीसगढ़ के दुर्लभ और गुणों से भरपूर वन उत्पादों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए संजीवनी केंद्र सहायक सिद्द हो रही है। इस योजना से वनांचल में रहने वाले लोगों और महिला समूहों के लिए रोजगार का एक स्थायी साधन मिल गया है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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