Saur Sujala Scheme: छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के किसानों का खास ख्याल रखती है। किसानों की उन्नती और उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्हीं विकासशील योजनाओं में से एक योजना है “सौर सुजल योजना” (Saur Sujal Scheme)। ये योजना किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराती है।
क्या है सौर सुजला योजना ?
छत्तीसगढ़ सरकार सौर सुजला योजना के जरिए प्रदेश के किसानों को सोलर एनर्जी से चलने वाले सिंचाई पंप देती है। इस पंप का उपयोग किसान अपनी फसलों की सिंचाई के लिए करते हैं। छत्तीसगढ़ में ऐसे कई गांव हैं जहां अभी भी बिजली नही पहुंच पाई है। ऐसी जगहों पर सौर सुजला योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। अब किसान सिंचाई के लिए सिर्फ बारिश के पानी पर निर्भर नहीं रहेंगे बल्की सौर सुजला योजना से मिले सोलर पंप से बिना बिजली के ही सिंचाई कर सकेंगे।
क्या है योजना का उद्देश्य?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को रियायती दरों पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना है। सिंचाई के लिए पर्याप्त साधन होने से किसान सशक्त बनेंगे। इस योजना से अब किसान अपनी कृषि भूमि पर हर तरह की फसल ले सकेंगे, जो किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा। किसानों की आर्थिक संपन्नता छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों के विकास को तेजी देती है।
किस तरह के पंप की मिलेगी सुविधा?
राज्य सरकार सौर सुजला योजना के तहत किसानों को 3 तरह के पंप देती है।
- 2 HP सोलर पंप- सब्जी की खेती करने वाले किसानों को दिया जाता है इसकी कीमत 25 हजार रुपए है।
- 3 HP सोलर पंप- ये पंप छोटे स्तर पर खेती करने वाले किसानों के लिए दी जातीहै। इसकी कीमत करीब ढाई लाख रुपए होती है।
- 5 HP सोलर पंप- ये बड़े पैमाने पर धान की खेती करने वाले किसानों को दी जाती है। इसकी कीमत करीब 3 लाख रुपए होती है।
क्या है योजना के लिए पात्रता?
सौर सुजला योजना के तहत आवेदन करने के राज्य सरकार द्वारा तय क्राइटेरिया इस तरह है-
- लाभार्थी उम्मीदवार की उम्र 18 साल या फिर इससे ज्यादा होनी चाहिए।
- गरीब किसान जो सोलर पंप नहीं खरीद सकते है वो इसमें आवेदन कर सकते है।
- किसान के पास कम से कम दो हेक्टेयर भूमि होना जरूरी है।
- योजना का लाभ लेने के लिए छत्तीसगढ का निवासी होना जरूरी है।
योजना का लाभ लेने के लिए किसान का आधार कार्ड और जमीन से संबंधित डॉक्यूमेंट होना जरूरी है।