PMAY Chhattisgarh: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले ने 2024-25 में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। जिले ने प्रदेश में सबसे पहले 25,000 से ज्यादा मकानों का निर्माण पूरा कर दिखा दिया है। अब तक 25,041 घरों का निर्माण पूर्ण हो चुका है, जो सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं बल्कि हजारों परिवारों के जीवन में आया स्थायित्व है।
कैसे मुमकिन हुआ ये कीर्तिमान?
इस सफलता के पीछे है एक स्ट्रॉन्ग प्लानिंग और मिशन मोड में किया गया ज़मीनी काम। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र यादव के नेतृत्व में जिले की पूरी टीम ने ब्लॉक से लेकर गांव तक हर स्तर पर तालमेल बनाकर तेज़ी से काम किया।
स्मार्ट प्लानिंग, फास्ट एक्शन
- समय पर किश्तों का भुगतान
जैसे ही आवास स्वीकृत हुए, लाभार्थियों को निर्माण के लिए जरूरी राशि समय पर भेजी गई।
- लोगों को किया गया मोटिवेट
स्थानीय स्तर पर हितग्राहियों को समझाकर उन्हें निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
- मटेरियल की उपलब्धता
ईंट, सीमेंट, लोहा जैसे कच्चे माल की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित की गई, जिससे काम कभी रुका नहीं।
- फील्ड स्टाफ की एक्टिव निगरानी
ग्राम पंचायत स्तर तक टीमों ने डेली प्रगति रिपोर्ट ली और मैदानी अमले की भूमिका बेहद अहम रही।
टारगेट तय, मेहनत पूरी
गर्मी के मौसम को अवसर मानकर मानसून से पहले ज्यादा से ज्यादा घर पूरे करने का लक्ष्य रखा गया। तेज धूप में भी निर्माण जारी रहा और आखिरकार जून आते-आते 25 हजार घर पूरे हो गए।
हर कदम पर सख्त निगरानी
- प्रोजेक्ट की नियमित समीक्षा, ग्राम पंचायतवार रिपोर्टिंग
- कमजोर प्रदर्शन वाले क्षेत्रों में तुरंत सुधार के निर्देश
- ज़रूरत पड़ी तो अनुशासनात्मक कार्रवाई
इन उपायों से ज़िला प्रशासन ने परफॉर्मेंस को हाई लेवल पर बनाए रखा।
सम्मान और सुरक्षा का घर
यह उपलब्धि केवल सरकारी रिपोर्ट का हिस्सा नहीं है, बल्कि इसका मतलब है, 25,000 गरीब परिवारों को अब सिर पर पक्की छत मिली है। बच्चों को सुरक्षित नींद और महिलाओं को गरिमा का जीवन मिला है।
रायगढ़ बना प्रेरणा
रायगढ़ की ये सफलता अब अन्य जिलों के लिए रोल मॉडल बन गई है। यह दिखाता है कि अगर सही नियोजन, मजबूत नेतृत्व और ज़मीनी मेहनत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।