PM Surya Ghar Yojana: रायगढ़ में सोलर क्रांति की नई शुरुआत!

PM Surya Ghar Yojana

छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला आज ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभर रहा है। स्वच्छ, हरित और सतत ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का क्रियान्वयन रायगढ़ में तेजी से प्रभावी हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार की सक्रियता और जिला प्रशासन की सतत जन-जागरूकता के कारण बड़ी संख्या में नागरिक इस योजना से जुड़ रहे हैं।

ऊर्जा क्रांति का रूप

यह सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक ऐसी ऊर्जा क्रांति है जो घरेलू अर्थव्यवस्था, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता- तीनों को एक साथ मजबूत कर रही है।

रायगढ़ में सौर ऊर्जा का तेजी से विस्तार

कलेक्टर रायगढ़ के मार्गदर्शन में व्यापक जनजागरूकता अभियान ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के प्रति रुचि को बढ़ाया है। ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों द्वारा लोगों को योजना के लाभ बताए जा रहे हैं। परिणामस्वरूप, अब तक जिले में 750 से अधिक घरों में सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। यह संख्या बताती है कि लोग न सिर्फ योजना को समझ रहे हैं, बल्कि इसे अपने जीवन में अपनाकर ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। योजना शुरू होने के बाद से अब तक 3,252 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। केवल पिछले एक माह में ही 226 नए आवेदन आए हैं और 44 घरों में सौर पैनल इंस्टॉल भी किए गए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि रायगढ़ में सूर्य घर योजना एक जमीनी आंदोलन का रूप ले चुकी है।

घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूती

सोलर प्लांट लगाने के बाद बिजली बिल में जो कमी आती है, वह सीधे घरेलू बचत में बदलती है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लाभार्थियों का कहना है कि उन्हें प्रति माह 4,000 से 5,000 रुपये तक की बचत हो रही है। यह बचत सिर्फ एक घर के आर्थिक बोझ को कम नहीं करती, बल्कि परिवारों को अन्य जरूरतों पर खर्च बढ़ाने का मौका भी देती है।विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता बताते हैं कि योजना के तहत उपभोक्ताओं को 1 लाख 8 हजार रुपये तक की सब्सिडी उपलब्ध है। इसके साथ ही बैंक द्वारा आसान किश्तों पर ऋण भी दिया जा रहा है, जिससे इच्छुक लाभार्थियों के लिए सोलर प्लांट स्थापित करना और अधिक सरल हो गया है।

कितनी यूनिट बिजली और कितनी सब्सिडी?

1 किलोवाट प्लांट से प्रतिमाह लगभग 120 यूनिट बिजली उत्पादन होता है। इसमें केंद्र सरकार 30,000 रुपये और राज्य सरकार 15,000 रुपये सब्सिडी देती है।2 किलोवाट प्लांट से करीब 240 यूनिट बिजली मिलती है। इसमें केंद्र की ओर से 60,000 रुपये और राज्य की ओर से 30,000 रुपये सब्सिडी दी जाती है।3 किलोवाट प्लांट लगभग 360 यूनिट बिजली पैदा करता है, जिसके लिए केंद्र सरकार 78,000 रुपये और राज्य सरकार 30,000 रुपये सब्सिडी देती है।

शेष राशि उपभोक्ताओं को स्वयं वहन करनी होती है, जिसे बैंक ऋण सुविधा के माध्यम से आसानी से पूरा किया जा सकता है।

पूरी तरह ऑनलाइन प्रक्रिया

पारदर्शी और सरलप्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का सबसे आधुनिक पहलू है इसकी पूरी तरह ऑनलाइन प्रक्रिया। उपभोक्ता पीएम सूर्यघर पोर्टल, मोबाइल ऐप, सीएसपीडीसीएल वेबसाइट, मोर बिजली ऐप या टोल-फ्री नंबर 1912 पर कॉल कर आवेदन कर सकते हैं। साथ ही नजदीकी सीएसपीडीसीएल कार्यालय द्वारा भी सहायता उपलब्ध है। खास बात यह है कि उपभोक्ता स्वयं ऑनलाइन वेंडर चयन कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुगम बनती है।

रायगढ़ का संदेश

ऊर्जा स्वतंत्र भारत की ओर कदमरायगढ़ जिले के 750 से अधिक घरों की छतों पर लग चुके सोलर पैनल यह संदेश दे रहे हैं कि आने वाला समय सिर्फ बिजली बचत का नहीं, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भर भारत का होगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस योजना का लाभ उठाकर स्वच्छ ऊर्जा और आर्थिक मजबूती की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएँ।प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना न केवल घरेलू बिजली खर्च कम कर रही है, बल्कि परिवारों को अतिरिक्त आय, पर्यावरण को स्वच्छता और देश को एक सस्टेनेबल एनर्जी फ्यूचर दे रही है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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