Maa Mahamay Airport: छत्तीसगढ़ के सबसे नए एयरपोर्ट के रूप में दरिमा एयरपोर्ट स्थापित हो चुका है। ये एयरपोर्ट एयर ट्रांसपोर्ट को सुलभ और सरल बना रहा है। अंबिकापुर सरगुजा में “मां महामाया एयरपोर्ट” (Maa Mahamay Airport) का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली किया था। प्रधानमंत्री के द्वारा औपचारिक उद्घाटन करने के बाद अब यहां से आम जनता के लिए भी उड़ाने शुरु हो चुकी हैं।
74 साल बाद पूरा हुआ सपना
सरगुजा संभाग अब तक दरीमा एरोड्रम से कुछ हवाई सेवाएं चला रहा था। यहां पर खास लोगों के विमान लैंड हुआ करते थे। 1950 में दरीमा एरोड्रम को तैयार किया गया था। इस एरोड्रम में अंबिकापुर राजपरिवार के सदस्यों के विमान और बड़े राजनेताओं के चॉपर उतरते थे। अब 74 साल बाद लोगों का एयरपोर्ट (Maa Mahamay Airport) बनने का सपना पूरा हो गया है। इस रनवे पर अब कमर्शियल फ्लाइट भी उड़ाने भरा करेंगी। आपको बता दें यहां से 19 और 72 सीटर फ्लाइट की शुरुआत हो चुकी हैं।
केंद्र से सहयोग से बना एयरपोर्ट
केंद्र सरकार ने अपनी ‘उड़ान योजना’ के तहत देश के कई हवाई पट्टियों को कमर्शियल एयरपोर्ट के रूप में डेवलप किया है। इसी योजना के तहत दरीमा हवाई पट्टी आज महामाया एयरपोर्ट के रूप में विकसित हो चुका है। अंबिकापुर के इस हवाई अड्डे को पिछले 10 सालों में विकसित किया गया है। कमर्शियल एयरपोर्ट बनाने के साथ-साथ रनवे की लंबाई और चौड़ाई को भी बढ़ाया गया है।
अंबिकापुर से कितनी दूरी पर है एयरपोर्ट
मां महामाया एयरपोर्ट (Maa Mahamay Airport)की दूरी अंबिकापुर से 13 किलोमीटर दूर है। यह एयरपोर्ट 365 एकड़ में फैला है और यह समुद्र तल से 1924 फीट की ऊंचाई पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन साल 2014-15 में रिजनल कनेक्टिविटी सर्विस के तहत एयरपोर्ट का काम शुरु हुआ था। रनवे की चौड़ाई 15 मीटर बढ़ाकर 30 मीटर की गई है। वहीं लंबाईक 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर कर दिया गया है।