Jashpure Brand: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस और रजत जयंती समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर के नवा रायपुर अटल नगर स्थित ट्राइबल म्यूज़ियम में आयोजित भव्य कार्यक्रम में जशपुर जिले की महिलाओं द्वारा निर्मित ‘जशप्योर’ ब्रांड के उत्पादों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा प्रदर्शित महुआ लड्डू, महुआ कैंडी, महुआ टी, महुआ हेक्टर संग्रह जैसे उत्पादों को देखा और उनकी गुणवत्ता की प्रशंसा की।
उन्होंने जशपुर की पारंपरिक कला ‘छिंद कांसा टोकरी’ (हाथ से बनी बांस/छिंद की टोकरियाँ) के बारे में जानकारी ली और कहा कि जशपुर जैसे दूरस्थ अंचलों की महिलाएं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की सशक्त मिसाल हैं।
मेहनत से जन्मा ‘जशप्योर ब्रांड’
जशपुर की महिलाएं अपने परिश्रम और कौशल से आज देशभर में पहचान बना चुकी हैं। ‘जशप्योर ब्रांड’ (Jashpure Brand) इसी आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह ब्रांड आदिवासी महिलाओं द्वारा पारंपरिक विधियों से तैयार किए गए स्वास्थ्यवर्धक और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है।
ढेकी कुटा जवा फूल चावल, महुआ लड्डू, मिलेट लड्डू, महुआ टी, और मिलेट पास्ता जैसे उत्पाद न केवल स्वादिष्ट हैं बल्कि पौष्टिक भी हैं। बच्चों से लेकर स्वास्थ्य प्रेमियों तक, हर कोई इन उत्पादों का प्रशंसक बन चुका है।
देशभर में बढ़ी जशप्योर की मांग
“जशपुर ब्रांड” अब केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है। इसके उत्पादों की मांग जम्मू-कश्मीर से लेकर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक फैली हुई है। इनकी लोकप्रियता का कारण है, उच्च गुणवत्ता, पारंपरिक स्वाद और महिलाओं की मेहनत से झलकती सच्ची आत्मनिर्भरता।
महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल
- “जशप्योर” का उद्देश्य केवल व्यापार नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और आर्थिक स्वतंत्रता है।
- इस ब्रांड के माध्यम से सैकड़ों आदिवासी महिलाओं को रोजगार मिला है।
- बगीचा विकासखंड की पहाड़ी कोरवा महिला मनकुंवर बाई, जिन्हें ‘लखपति दीदी’ के रूप में जाना जाता है, इस सशक्त कहानी का जीवंत उदाहरण हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने अनिता भगत और अन्नेश्वरी भगत जैसी महिलाओं से मुलाकात कर उनके कार्यों की सराहना की और शुभकामनाएं दीं।
प्रशासन और समाज का मिलाजुला प्रयास
“जशप्योर” केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि जशपुर की पहचान और आदिवासी महिलाओं के परिश्रम की कहानी है।
- जिला प्रशासन द्वारा लगातार इसके प्रचार और विपणन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
- अब यह उत्पाद न केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बल्कि देशभर के ऑफलाइन स्टोर्स पर भी उपलब्ध हैं।
- यह सफलता आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम है।
Positive Takeaway
“जशप्योर” ने साबित किया है कि जब स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग और महिलाओं की मेहनत साथ आए, तो दूरस्थ अंचलों से भी विकास की नई रोशनी फैल सकती है। जशपुर की ये महिलाएं आज पूरे देश के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं, यही है आत्मनिर्भर भारत की सच्ची पहचान!

