Drone Project in Chhattisgarh: केंद्र सरकार की नमो ड्रोन परियोजना ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खोल दिए हैं और उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया है। इस योजना के तहत, छत्तीसगढ़ के ग्राम पोंडी की सुश्री सीमा वर्मा और चोरभट्ठी कला की प्रितमा वस्त्रकार ने खेतों में ड्रोन का उपयोग करके नैनो यूरिया का छिड़काव शुरू किया है, जिससे किसानों के समय और कृषि लागत की बचत हो रही है।
ड्रोन के लाभ और प्रशिक्षण
नमो ड्रोन योजना के तहत इन महिलाओं को ड्रोन प्रदान किए गए और ग्वालियर में 15 दिन का प्रशिक्षण भी दिया गया। सुश्री सीमा वर्मा ने 85 एकड़ में ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव कर 25,500 रुपये की आय अर्जित की है। ड्रोन के उपयोग से प्रति एकड़ 300 रुपये की लागत कम हो रही है, जिससे किसानों को भी लाभ हो रहा है।
महिलाओं का संगठन और प्रशिक्षण
बिलासपुर जिले के ग्राम बेलतरा में भी महिलाओं को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहां की महिलाएं एक संगठन बना चुकी हैं जिसमें 500 महिलाएं शामिल हैं। 8 अगस्त को आयोजित वार्षिक आमसभा में महिलाओं को ड्रोन चलाने के प्रशिक्षण के साथ-साथ अपने अनुभव साझा करने का अवसर भी मिला।
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Positive सार
इस प्रोजेक्ट से न केवल महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो रही हैं, बल्कि वे किसानों को भी बेहतर सेवाएं प्रदान कर रही हैं, जिससे पूरे समुदाय का विकास हो रहा है।