Chhattisgarh Diwali: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल पर प्रदेश सरकार ने एक सराहनीय निर्णय लेते हुए दीपावली के शुभ अवसर पर शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अग्रिम वेतन भुगतान की है। यह कदम न केवल कर्मचारियों के चेहरों पर मुस्कान ले कर आया, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी नई ऊर्जा और रौनक का संचार करेगा।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शासन केवल एक प्रशासनिक तंत्र नहीं, बल्कि उन कर्मठ साथियों का परिवार है जो जनता की सेवा में सदैव समर्पित रहते हैं। दीपावली पूर्व अग्रिम वेतन भुगतान का निर्णय इसी आत्मीयता का प्रतीक है। जिससे हर कर्मचारी अपने परिवार के साथ उल्लासपूर्वक त्योहार मना सके।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने सभी विभागों को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि वेतन भुगतान की प्रक्रिया सुचारु रूप से संपन्न हो सके। इसके तहत माह अक्टूबर 2025 का वेतन 17 और 18 अक्टूबर को अग्रिम रूप से भुगतान किया गया है। इतना ही नहीं, कर्मचारियों की सुविधा के लिए राज्य के सभी कोषालय एवं उपकोषालय 18 अक्टूबर (शनिवार) को भी खुले रहेंगे।
पारिश्रमिक स्तर भी अग्रिम भुगतान
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि मजदूरी, मानदेय और पारिश्रमिक जैसी अन्य मदों में भी नियमानुसार अग्रिम भुगतान किया जा सकेगा। इससे कर्मचारियों को किसी प्रकार की आर्थिक असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे अपने परिवार सहित दीपावली का पर्व उत्साहपूर्वक मना सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने भावनात्मक रूप से कहा-
“हर निर्णय हमारे कर्मठ साथियों की खुशियों और सम्मान से जुड़ा है। दीपावली से पहले अग्रिम वेतन भुगतान इस आत्मीय भावना का प्रतीक है कि हर घर में उजियारा फैले और हर हृदय में प्रसन्नता एवं विश्वास का दीप जले।”
समृद्धि और विश्वास की राह पर राज्य
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह निर्णय केवल वेतन अग्रिम भुगतान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका व्यापक प्रभाव राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। दीपावली के अवसर पर बढ़ती खरीदारी, व्यापारिक गतिविधियों और जीएसटी बचत उत्सव के चलते बाजारों में रौनक बढ़ेगी, जिससे स्थानीय व्यापारी, कारीगर और छोटे उद्यमी भी लाभान्वित होंगे। यह पहल आर्थिक प्रवाह में तीव्रता लाएगी और राज्य में विश्वास, प्रसन्नता और समृद्धि का वातावरण स्थापित करेगी।
इस पहल से न केवल शासन और कर्मचारियों के बीच आपसी आत्मीयता मजबूत होगी, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक समरसता में भी नया उजाला आएगा।