Tree Pension: पेड़ हमारे जीवनदाता हैं। वे हमें जीवन तो देते ही हैं साथ ही हमारी आस्था का भी प्रतीक हैं। यही वजह है कि हर व्यक्ति पेड़ों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझकर उसकी सुरक्षा करता है। पूरी दुनिया में पेड़ों को बचाने की कई अनोखी तरकीब अपनाई गई लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का एक राज्य ऐसा भी है जो पेड़ों को पेंशन देता है। जानते हैं क्या है अनोखी प्रथा की कहानी..
पेड़ों को मिलती है पेंशन
इंसानों को मिलने वाले पेंशन के बारे में तो सभी जानते हैं पर क्या किसी ने ये सुना है कि पेड़ भी पेंशन के पात्र होते हैं। दरअसल भारत के हरियाणा राज्य में पेड़ों के लिए एक स्कीम चलाई जा रही है। इस योजना की घोषणा जून 2021 को हुई थी, ताकि पेड़ों को सुरक्षा मिल सके। हालांकि पेंशन पाने वाले ये पेड़ कोई आम पेड़ नहीं है बल्कि काफी बूढ़े पेड़ है, जिनकी उम्र 75 साल से ज्यादा होगी। इन पेड़ों को हरियाणा सरकार प्राणवायु देवता स्कीम के तहत सालाना पेंशन दे रही है।
स्कीम में मिलने वाले पैसे
इस योजना के तहत शुरू में 2500 रुपये पेंशन देने का प्रावधान था जिसे बाद में बढ़ाकर 2750 रुपये कर दिया गया है। इस स्कीम के तहत फायदा लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराया जा सकता है। इसके साथ ही ऑफलाइन माध्यम से भी इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है।
ऐसे ले सकते हैं लाभ
अगर आप हरियाणा के निवासी हैं और आपके पास इतने पुराने पेड़ हैं। यानी कि आपके पास अगर 75 साल पुराने पेड़ हैं तो आप अपने पेड़ों का रजिस्ट्रेशन इस स्कीम के तहत करा कर लाभ ले सकते हैं। वहीं अगर आपके पेड़ पीपल के हैं तो सरकार इन्हें ज्यादा महत्व दे रही है। दरअसल, पीपल का पेड़ हमेशा ऑक्सीजन छोड़ता है इसलिए हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इसकी पूजा तो करते हैं साथ ही ये पर्यावरण के लिए भी काफी अहम माना गया है।