Major state in agriculture: अगर हम भरतीय अर्थव्यवस्था का आधार कृषि को कहें तो ये गलत नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां एक तरफ भारतीय इकोनॉमी में कृषि का इंपॉर्टेंट रोल है वहीं भारत के कई ऐसे राज्य हैं जो पूरी तरह कृषि पर ही आधारित हैं। इस लेख के जरिए हम जानेंगे कि भारत के किस राज्य में किस तरह की खेती की जाती है और भारत में उस राज्य की क्या भूमिका है…
उत्तरप्रदेश

उत्तरप्रदेश भारत के उन राज्यों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा खेती की जाती है। कृषि के क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रोडक्शन यहीं होता है। यहां गन्ना और खाद्यान्न सबसे ज्यादा उगाया जाता है। इसके अलावा पूरे देश में सबसे ज्यादा गेंहूं उत्तरप्रदेश में ही उगाई जाती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश चावल, बाजरा, जौ और महत्वपूर्ण दालों का भी दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य के तौर पर अपनी पहचान रखता है। उत्तरप्रदेश देश का एक जरूरी कृषि राज्य है, इसका सबसे प्रमुख कारण है कि उत्तर प्रदेश को दक्षिण पश्चिम मानसून, उत्तर पूर्व मानसून और थोड़े वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से वर्षा मिलती है। पिछली आंकड़ों की बात करें तो उत्तर प्रदेश ने साल 2022 में करीब तीन ट्रिलियन रुपए के मूल्य का कृषि प्रोडक्शन किया था।
उत्तरप्रदेश की प्रमुख फसले- गन्ना, सब्जियां, दालें, गेंहूं, मशरूम
पंजाब

कृषि उत्पादन के क्षेत्र में पंजाब तीसरे नंबर पर आता है। पंजाब में चावल, गेहूं, गन्ना, कपास और खाद्यान्न जैसी फसलों का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन किया जाता है। यह न केवल गेहूं बल्कि धान का भी तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य के तौर पर अपनी पहचान रखता है। खरीफ मौसम में चावल, कपास और गन्ना जैसी फसलों का उत्पादन पंजाब में होता है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पंजाब राज्य देश के सबसे अच्छे सिंचित राज्यों में से एक माना जाता है। पंजाब की जमीन समतल है और इस जमीन पर विस्तार से खेती की संभावना होती है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में, पंजाब ने लगभग 291 हजार हेक्टेयर भूमि के इस्तेमाल से फल और सब्जियों की खेती की थी। वहीं पिछले साल पंजाब का कुल आर्गेनिक खेती का उत्पादन लगभग 443.35 मिलियन मीट्रिक टन रहा था।
पंजाब में उगाई जाने वाली फसलें- गेहूं, चावल, मक्का, जौ
हरियाणा

हरियाणा देश का पांचवां सबसे बड़ा कृषि राज्य के रूप में स्थापित है। इस राज्य में उत्पादित फसलें गेहूं, धान, सूरजमुखी और गन्ना हैं। इसके साथ ही हरियाणा में सबसे ज्यादा सूरजमुखी उगाई जाता है, इसीलिए यह देश में सूरजमुखी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक माना जाता है। पंजाब और हरियाणा को सामूहिक रूप से देश का अन्न भंडार कहते हैं। अपने पड़ोसी राज्य की तरह, हरियाणा भी अच्छी तरह से सिंचित स्टेट है, यहां सिंचाई के सभी साधन हैं। साथ ही ये दोनों ही राज्य कई खाद्य फसलों का उत्पादन करते हैं। हरियाणा की लगभग दो तिहाई आबादी पूरी तरह से खेती पर ही डिपेंडेंट है। इस राज्य को भारत में गेहूँ और चावल की खेती का गढ़ माना जाता है क्योंकि यह राज्य इन दोनों फसलों की खेती में लगभग 45% और 65% का योगदान करता है।
हरियाणा की प्रमुख फसले- चावल, गेहूं, बाजरा
Positive सार
बीते कुछ सालों में कृषि के क्षेत्र में क्रांति आई है। ये भारत में सबसे बड़े रोजगार उत्पाद क्षेत्र के रूप में भी अपनी पहचान रखता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारत में कृषि सबसे ज्यादा रोजगार देती है। कृषि एक ऐसा व्यवसाय है जिसने भारत की अर्थव्यवस्था का निर्माण किया है। कुछ रिसर्च के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 2025 तक भारतीय कृषि का क्षेत्र 24 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है। भारतीय खाद्य क्षेत्र मंडी और रिटेलर दुनिया का छठा सबसे बड़ा बाजार है। ऐसे में नई कृषि तकनीक क्रांति भारत को एक नई पहचान देने के लिए तैयार है।