Stop using plastic: भविष्य के इस खतरे को कैसे रोक सकते हैं हम?

Stop using plastic: हममें से कितने ही लोग हैं जो बाजार से सामान खरीदने के बाद प्लास्टिक के थैले की मांग जरूर करते हैं। ये हमारे सहूलियत के लिए तो होते हैं जो हमें सामान कैरी करने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि ये हमारे भविष्य के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकते हैं। प्लास्टिक का इस्तेमाल हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा भले ही बन गया है, लेकिन इसके कारण पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। जानते हैं ये कैसे हमारे भविष्य के लिए खतरा बन रही है और इसे रोकने के प्राथमिक उपाय क्या हो सकते हैं।

प्लास्टिक इस्तेमाल से जल प्रदूषण

प्लास्टिक का सबसे बड़ा हिस्सा हमारे महासागरों और नदियों में समाप्त होता है। प्लास्टिक कचरा समुद्री जीवों के लिए घातक साबित होता है। प्लास्टिक की थैलियाँ और बोतलों को समुद्री जीव निगल जाते हैं, जिससे वो मर सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टिक कचरे के छोटे टुकड़े, जिन्हें माइक्रोप्लास्टिक्स कहते हैं। ये पानी में घुल जाते हैं और पूरे फूड चेन को खराब करते हैं। ये हमारे जैवविविधता यानी की बायोडायवर्सिटी को नुकसान पहुंचाते हैं।

मृदा प्रदूषण (Soil Pollution)

प्लास्टिक का कचरा जब जमीन पर फैलता है, तो यह मृदा की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। प्लास्टिक के टुकड़े मिट्टी में मिल जाते हैं और पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होती है और कृषि उत्पादन पर बुरा असर पड़ता है।

वायु प्रदूषण (Air Pollution)

प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकना होगा। क्योंकि आमतौर पर ये देखा जाता है कि जब कचरे का निपटान किया जाता है तो कचरे को एक जगह इकट्ठा कर जला दिया जाता है। ये एक एक आम प्रक्रिया है, लेकिन इससे निकलने वाली गैसें हानिकारक होती हैं। जो वायु प्रदूषण का कारण बनती हैं। इन गैसों में डायोक्सिन और फ्यूरान जैसे खतरनाक केमिकल होते हैं। ये मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं। प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के उपाय…

रिसाइकल और रियूज

प्लास्टिक कचरे को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है रिसाइकल। हमें प्लास्टिक की चीजों को फेंकने के बजाय उन्हें पुन: उपयोग में लाना चाहिए। इसके लिए, हमें कचरे के ठीक से अलग और संग्रहण की व्यवस्था करनी चाहिए।

बायोडिग्रेडेबल विकल्पों का उपयोग

बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक का उपयोग प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने का एक और महत्वपूर्ण तरीका है। ये प्लास्टिक प्राकृतिक रूप से बदल जाते हैं। जिसके बाद ये पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाते हैं। सरकार और उद्योगों को बायोडिग्रेडेबल विकल्पों के विकास और उपयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए।

शिक्षा और जागरूकता

प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद (Stop using plastic) करने के लिए लोगों को शिक्षित करना जरूरी है। स्कूलों, कॉलेजों और समुदायों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे लोग प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पर्यावरण की रक्षा करने के महत्व को समझ सकें।

सरकारी नीतियाँ और कानून

सरकार को प्लास्टिक उपयोग को नियंत्रित करने के लिए कठोर कानून बनाने चाहिए। प्लास्टिक बैग और सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा, प्लास्टिक उत्पादकों पर कड़ी निगरानी और नियमन लागू किया जाना चाहिए।

सामुदायिक भागीदारी

सामुदायिक स्तर पर प्लास्टिक कचरे के संग्रहण और रिसाइकल की योजनाओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। स्थानीय संगठनों और नगरपालिकाओं को मिलकर इस दिशा में कार्य करना चाहिए।

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Positive सार

प्लास्टिक प्रदूषण (Stop using plastic) एक गंभीर पर्यावरणीय समस्या है, लेकिन उचित उपायों और जागरूकता के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। हमें प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए सामूहिक प्रयास और प्रतिबद्धता आवश्यक है।

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Rishita Diwan

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