CITIIS 2.0 से पर्यावरण अनुकूल होंगे भारत के शहर!

CITIIS 2.0: केंद्र सरकार ने सिटीज़ 2.0 को केंद्र सरकार ने 2023 में लॉच किया था। जिसका उद्देश्य भारत के शहरों को क्लीन, ग्रीन और सुंदर बनाया जाएगा। इस कार्यक्रम का पूरा नाम सिटी इन्वेस्टमेंट्स टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेनेबल 2.0 है। CITIIS 2.0 को इस तरह से तैयार किया गया है कि इससे शहरों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही लिए शहर में इंटीग्रेटिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट्स यानी एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। अब इस कार्यक्रम के तहत भारत के 18 शहरों का चयन किया गया है। जानते हैं भारत के कौन से वो शहर हैं और कैसे होगा इन शहरों में काम…

सिटीज इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन 2.0

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 2023 में CITIIS (सिटीज इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन) 2.0 चैलेंज का शुभारंभ किया था। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत आने वाले सभी 100 स्मार्ट शहरों ने 18 शहर में शामिल होने के लिए आवेदन किया था। बता दें कि केंद्र सरकार ने मई महीने में 18 शहरों को ग्रीन सिटी में बदलने की बड़ी योजना पर हामी भरी थी। इस प्रोजेक्ट में कुछ शहरों का चुनाव किया जाना था जो स्वच्छ व सुंदर शहर के अभियान को आगे बढ़ाने की इस मुहिम में शहरों की मदद के लिए आगे आए।

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क्यों लाया गया CITIIS 2.0?

साल 2014 के बाद से शहरी योजनाओं के खर्चों में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। सरकार इस बात पर ध्यान दे रही है कि देश के शहरी क्षेत्रों में सर्कुलर इकोनॉमी हासिल की जा सके। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए CITIIS योजना की नींव रखी गई। सरकार की तरफ से कहा गया कि देश में शहरीकरण क्षेत्र की बढ़ोतरी को देखते हुए उनके विकास के लिए काम किया जा रहा है। देश में इस समय दुनिया का सबसे बड़ा योजनाबद्ध शहरीकरण कार्यक्रम चल रहा है। और 2014 के बाद से शहरी विकास में कुल निवेश 2004 और 2014 के बीच 10 साल की अवधि की तुलना में 10 गुना बढ़कर 18 लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है। यही वजह है कि इस तरह की योजनाओं को लाया जाए।

5 साल पहले हुई थी शुरूआत

2018 में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत CITIIS – 1.0 को लाया गया था। जिसके तहत चुने गए 12 शहरों में ग्रीन मोबिलिटी कॉरिडोर, बायोडायवर्सिटी पार्क, स्मार्ट स्कूल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर सफलता पूर्वक काम हुआ। अब CITIIS 2.0 से दूसरे शहरों पर ऐसी ही काम किए जाएंगे।

CITIIS 2.0 के तहत चुने गए शहर

CITIIS 2.0 के तहत जिन शहरों का चुनाव किया गया है उनमें- अगरतला, आगरा, बरेली, बेलगावी, बिलासपुर, गुवाहाटी, जबलपुर, जयपुर, मदुरै, मुजफ्फरपुर, न्यू टाउन कोलकाता, पणजी, राजकोट, श्रीनगर, तुरुवनंतपुरम, तंजावुर, उदयपुर और उज्जैन हैं। इन शहरों में वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 1 हजार 496 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

Positive सार

देश के शहरी क्षेत्रों में सर्कुलर अर्थव्यवस्था हासिल करने के लिए सरकारी तेजी से काम कर रही है। सरकार ने पहले ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत 112 जैव-मिथेनेशन संयंत्र, 2,391 कचरे से खाद बनाने वाले संयंत्र और 55 कचरे से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्र स्थापित किए हैं। वहीं अमृत और अमृत 2.0 से भारत के शहर जल सुरक्षित बनने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल कर चुका है। सरकार के ऐसे पहल से भारत के शहरों को कचरा मुक्त बनाएगा और देश में सभी प्रकार के पुराने कचरे का निपटारा हो सकेगा।

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Rishita Diwan

Content Writer

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