Monsoon Palace: कहां है मानसून पैलेस, क्यों पड़ा यह नाम?

Monsoon Palace: राजस्थान को किलों का प्रदेश कहा जाता है। यहां कई पुराने और भव्य किले देखने को मिलते हैं। अगर आप भी इस (winter vacation) विंटर घूमने का प्लान बना रहे हैं,तो राजस्थान एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। राजस्थान के किलों में हम आपको एक अद्भुत किले के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आप राजस्थान जाते हैं तो इस किले को जरूर देखने जाएं। ये है (Monsoon Palace)मानसून पैलेस । आइए जानते हैं कहां है किला और क्यों है इतना मशहूर?

सज्जनगढ़ या मानसून पैलेस

यह किला उदयपुर में स्थित है। इस किले को सज्जनगढ़का किला (sajjangadh Fort)या मानसून पैलेस भी कहा जाता है। यह किला 200 साल से भी पुराना है। इस किले का निर्माण महाराणा सज्जन सिंह ने कराया था। पैलेस की वास्तुकला और बनावट देखने लायक है। किले की ऊंचाई इतनी ज्यादा रखी गई थी कि दूर से ही दुश्मन नजर आ जाते थे।

क्यों कहते हैं मानसून पैलेस?

सज्जनगढ़ किले को मानसून पैलेस (Monsoon Palace)नाम देने के पीछे खास कारण हैं। इस किले का निर्माण ही मानसून का पता लगाने के लिए किया गया था। मानसून में हुई बारिश का अनुमान लगाने के हिबास से महल को डिजाइन । महल एक जगह पर मानसून का पूरा पानी जमा होता था। इस पानी को देखकर मानसून (Monsoon Palace)का जानकारी ली जाती थी। बाद में पानी लोगों में बांट दिया जाता था।

मानसून में दिखता है सबसे सुंदर

मानसून में इस किले की सुंदरता सबसे ज्यादा होती है। ऊंचाई में होने की वजह से मानसून में किला पूरी तरह से बादलों से ढंका होता है। किले के आसपास बादलों के होने से मानसून पैलेस ठंडा भी रहता है। इस किले में एक टेलीस्कोप भी लगाया गया था। कहते हैं इससे  महाराणा सज्जन सिंह(Maharana Sajjan Singh) बादलों की स्थिति और रात में  सितारों को देखा करते थे।

बेजोड़ वास्तुकला का है नमूना

मानसून पैसेल अरावली की पहाड़ियों पर बनाया गया है। इस किले को इस तरह से बनाया गया है कि किले के इक हिस्से में ही रोशनी पहुंचती है। यहां आपको राजपूताना स्थापत्य शैली देखने को मिलेगी। किले का मुख्य द्वार भव्य और सुंदर नक्काशीदार डिजाइन से सजाया गया है। किले की छत पर गुंबद और सुंदर छतरियां बनी हुई है। महल में कई पेंटिंग्स और जालीदार खिड़कियां आज भी सुरक्षित हैं।

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Rishita Diwan

Content Writer

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