Green Energy Airport: छत्तीसगढ़ के एविएशन सेक्टर को नई ऊँचाई देने के लिए वरिष्ठ सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित प्राक्कलन समिति की महत्वपूर्ण बैठक में कई निर्णायक प्रस्ताव रखे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की योजनाओं और कार्यों की समीक्षा के दौरान, सांसद अग्रवाल ने राज्य के हवाई संपर्क, औद्योगिक विकास, और सबसे महत्वपूर्ण, ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन को गति देने की तात्कालिक आवश्यकता को बेहद प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया।
इन सुझावों का उद्देश्य न केवल वर्तमान हवाई अड्डों की दक्षता बढ़ाना है, बल्कि छत्तीसगढ़ को ‘विकसित भारत 2047’ के मास्टर प्लान के अनुरूप तैयार करना भी है। उनके प्रस्तावों ने राज्य के औद्योगिक और यात्री आवागमन की भविष्य की ज़रूरतों को सामने रखा है।
स्टील और पावर हब की मांग
सांसद अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ की औद्योगिक प्रगति को देखते हुए दूसरे इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से स्पष्ट आग्रह किया कि रायपुर–नवा रायपुर–भिलाई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के भीतर एक बड़े ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अप्रूवल प्रक्रिया में जल्द से जल्द तेज़ी लाई जाए।
छत्तीसगढ़ आज एक नेशनल स्टील और पावर हब के रूप में तेज़ी से उभर रहा है, जिसके कारण राज्य में उच्च-स्तरीय व्यावसायिक आवाजाही और कार्गो परिवहन की मांग तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर पर बढ़ते दबाव को देखते हुए, एक नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा राज्य के औद्योगिक विकास को उत्प्रेरित करने के लिए आवश्यक है। यह न केवल लॉजिस्टिक्स को सुगम बनाएगा, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी राज्य की पहुंच को बेहतर बनाएगा।
100% सोलर एयरपोर्ट का लक्ष्य
पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा स्वतंत्रता के राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप, सांसद अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख हवाई अड्डों को 100% ग्रीन एनर्जी (हरित ऊर्जा) से संचालित करने का आग्रह किया।
उन्होंने मंत्रालय द्वारा 87 एयरपोर्ट्स को 100% ग्रीन एनर्जी में बदलने की उपलब्धि की सराहना की और मांग की कि रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर को जल्द से जल्द इस सूची में शामिल करने के लिए एक स्पष्ट और बाध्यकारी टाइमलाइन तय की जाए। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, उन्होंने विशेष रूप से स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर में एक डेडिकेटेड सोलर पावर प्लांट स्थापित करने का ठोस प्रस्ताव भी रखा। यह कदम छत्तीसगढ़ को ईको-फ्रेंडली एविएशन हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
UDAN और कनेक्टिविटी का विस्तार
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) के माध्यम से बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और जगदलपुर को हवाई नेटवर्क से जोड़ना एक सकारात्मक कदम रहा है। हालांकि, सांसद अग्रवाल ने कहा कि 2025-35 के संशोधित UDAN वर्ज़न में छत्तीसगढ़ को और भी अधिक कवरेज मिलना चाहिए।
उन्होंने विशेष रूप से आग्रह किया कि UDAN के अगले बिडिंग राउंड में इन चार शहरों—जगदलपुर, अंबिकापुर, बिलासपुर और रायगढ़ के लिए नई रूट्स, बेहतर सुविधाएँ और उच्च गुणवत्ता वाली सर्विसेज़ को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। बेहतर कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण है।
अपग्रेडेशन और भविष्य की तैयारी
सांसद अग्रवाल ने रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में चल रहे रीकॉन्फ़िगरेशन कार्यों को तुरंत पूरा करने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने इस एयरपोर्ट को AAI के ATC टावर अपग्रेडेशन प्रोग्राम में प्राथमिकता के साथ शामिल करने की मांग की।
भविष्य की तैयारियों के संदर्भ में, उन्होंने ‘विकसित भारत 2047’ के मास्टर प्लान के आलोक में महत्वपूर्ण जानकारी मांगी। उन्होंने मंत्रालय से रायपुर में अगले 5–10 वर्षों में यात्री संख्या बढ़ने का आकलन और इसके अनुरूप कैपेसिटी विस्तार प्रोजेक्ट्स की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। यह दूरदर्शी दृष्टिकोण सुनिश्चित करेगा कि रायपुर एयरपोर्ट भविष्य में बढ़ते यात्री भार को कुशलतापूर्वक संभाल सके।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल के ये प्रस्ताव छत्तीसगढ़ को एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और पर्यावरण के अनुकूल एविएशन हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

