Crop waste management: धान पराली किसानों के लिए एक मुसीबत बन जाती है। इसे खत्म करने के लिए जलाना होता है जिससे प्रदूषण की समस्या होता है। सामान्यत: किसान सोचते हैं कि पराली से किसी तरह का कोई मुनाफ़ा नहीं कमाया जा सकता है। लेकिन पंजाब के 12वीं पास किसान ने इसका एक खास तरीका निकाला है, जिससे इसे जलाकर प्रदूषण भी नहीं होगा साथ ही लाखों में कमाई भी की जा सकती है।
पराली के निपटान का यूनिक तरीका
एक अखबार में छपे रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के मालेरकोटला ज़िले के फ़िरोज़पुर कुठाला गांव के 26 साल के गुरप्रीत सिंह कुठाला ने धान की पराली से कमाई का जरिया बनाया है। धान की पराली को बहुत से किसान वेस्ट या कचरा समझकर फेंक या जला देते हैं लेकिन इससे गुरमीत लाखों में कमा रहे हैं।
पराली बेचकर करते हैं कमाई
गुरप्रीत एक बायोगैस प्लांट को पराली बेच देते हैं। जहां सस्टेनेबल एनर्जी और खाद बनता है। 2022 में उन्होंने 12,000 क्विंटल पराली बेचकर 16 लाख रुपये की कमाई की थी। गुरप्रीत के मुताबिक इस साल वो 28,000 क्विंटल पराली बेचने का प्लान बना रहे हैं जिससे वे 1 करोड़ रुपये कमाएंगे।
पराली से ऐसे होती है कमाई
गुरप्रीत ने ex-situ machines, straw rake और 50% सब्सिडी में पंजाब सरकार से baler खरीदा है। 40 एकड़ ज़मीन पर खेती करने वाले इस युवा किसान ने संगरूर आरएनजी बायोगैस प्लांट के साथ 12000 क्विंटल पराली देने का कॉन्ट्रैक्ट किया है।
गुरमीत ने अपने दोस्त सुखविंदर सिंह की मदद से 4 नई मशीनें खरीदी है, इससे ताकि वो प्लांट को 18,000 क्विंटल पराली सप्लाई करते हैं। 160 रुपये प्रति क्विंटल पर वो प्लांट को पराली बेच देते हैं। गुरप्रीत ने बताया कि वो तकरीबन 20,000 क्विंटल पराली अपनी ज़मीन और दूसरी गांवों की ज़मीन से एकत्र करते हैं। इसे वो पेपर मिल्स और बायो-CNG प्लांट्स को ऑफ़ सीज़न में बेचते हैं।
Positive सार
गुरप्रीत सिंह सभी किसानों के लिए एक example हैं। उनके क्रिएटिव दिमाग ने उन्हें कृषि से कमाई का एक अच्छा जरिया दिया है। उनके मुताबिक अगर कोशिश करें तो कचरे से भी मुनाफ़ा कमा सकते हैं। उनके आइडिया से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता और ज्यादा कमाई भी होती है।