IAS preparation from Hindi medium: कुछ दिनों पहले एक फिल्म रिलीज हुई ’12th Fail’. ये फिल्म एक सच्ची घटना (a true incident) पर बेस्ड है। विक्रांत मेस्सी इस फिल्म के हीरो हैं लेकिन इस कहानी के रियल लाइफ हीरो हैं आईपीएस मनोज कुमार शर्मा (IPS Manoj Kumar Sharma). इस फिल्म ने एक बार फिर से इस भ्रम को तोड़ दिया कि हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स आईएएस, आईपीएस नहीं बन सकते हैं। या फिर हिंदी मीडियम से यूपीएससी (UPSC) की तैयारी टेढ़ी खीर है। हम ये नहीं कह रहे हैं कि हिंदी मीडियम से यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) काफी मुश्किल भरा है लेकिन ये सही है कि आसान भी नहीं है और नामुमकिन भी नहीं है। वैसे भी देश के सबसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए मुश्किल भरा सफर तो आम बात है। तो ये आर्टिकल उन लोगों के लिए एक रास्ता साबित हो सकती है जो हिंदी मीडियम से यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) कर रहे हैं।
खुद से पूछिए सवाल
IAS preparation की शुरूआत की सबसे पहली सीढ़ी ही है ये सवाल। आप इस जंग में तभी उतरिए जब आप इसका सही जवाब जानते हों। कई बार एस्पीरेंट्स सिर्फ देखा-देखी में या फिर यूपीएससी (UPSC) से मिलने वाली पोस्ट के पावर या फिर अट्रैक्शन की वजह से यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) करने लग जाते हैं। लेकिन उनकी रूचि कहीं और होती है। अगर आपकी रूचि पढ़ने-लिखने में है। अगर आप अपनी क्षमता का सही इस्तेमाल तैयारी के दौरान कर सकते हैं, तो ये आपके बहुत काम आएगा। हम ये नहीं कह रहे हैं कि कुछ स्पेशल लोग ही इसकी तैयारी कर सकते हैं बल्कि ये कहना चाहते हैं कि यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति, मेहनत करने का जुनून और माइंड में क्लियारिटी होना बेहद जरूरी है। अगर आपको इस बात का जवाब बिल्कुल सही से मिल जाता है कि मैं तैयारी क्यों कर रहा हूं या कर रही हूं तो बेशक आप इस क्षेत्र में आ सकते हैं। सफलता जरूर मिलेगी।
उम्र सीमा और क्वालिफिकेशंस (Age limit and qualifications for UPSC)
भारत का कोई भी व्यस्क व्यक्ति यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में बैठने के लिए पात्र है। एजुकेशनल क्वालिफिकेशंस की बात करें तो सभी स्ट्रीम के स्नातक यानी कि ग्रैजुएट्स ये परीक्षा दे सकते हैं। एज लिमिट की बात करें तो 21 वर्ष से ज्यादा के उम्मीदवार परीक्षा दे सकते हैं। सामान्य कैटेगरी के उम्मीदवार 32 वर्ष की आयु तक यूपीएससी (UPSC preparation in Hindi medium) की परीक्षा दे सकते हैं, जनरल कैटेगरी को 6 अटेम्प्ट मिलते हैं, वहीं OBC कैटेगरी के लिए 35 वर्ष और 9 अटेम्प्ट होते हैं। एससी और एसटी (SC/ST) कैटेगरी में उम्मीदवार 37 साल की उम्र तक परीक्षा दे सकते हैं, इस कैटेगरी में उम्र सीमा तक कई अटेम्प्ट मिलते हैं। विकलांग रक्षा सेवा कार्मिक (Disabled Defense Services Personnel) भी 35 वर्ष तक परीक्षा दे सकते हैं उन्हें 9 अटेम्प्ट मिलते हैं। पूर्व सैनिक (Ex-Servicemen) भी इसकी परीक्षा दे सकते हैं। ये लोग 37 वर्ष की उम्र तक 9 बार परीक्षा दे सकते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विशेष रूप से विकलांग Benchmark Disability – EWS (Economically Weaker Section) लोग 42 वर्ष की उम्र तक परीक्षा दे सकते हैं उन्हें 9 अटेम्प्ट मिलते हैं।
सिलेबस का ज्ञान सबसे जरूरी (Read UPSC Syllabus properly)
जब भी आप किसी टॉपर का साक्षात्कार देखेंगे या पढ़ेंगे तो सबसे पहली बात वो यही कहते हैं कि सिलेबस की पूरी जानकारी (Read UPSC Syllabus properly) जरूरी है। यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) करने वाले एस्पीरेंट को सिलेबस पूरी तरह पढ़ना चाहिए। सिलेबस क्लीयर होने पर ही वो ठीक से तैयारी की रणनीति बना सकता है। कुछ टॉपर्स का तो ये भी कहना है कि उन्होंने तैयारी से पहले लगभग 15 दिन सिलेबस (Read UPSC Syllabus properly) को ही दिए हैं। ये पढ़ाई की स्ट्रैटजी में काफी महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं। आप इस लिंक पर जाकर यूपीएससी की सिलेबस देख सकते हैं।
यूपीएससी हिंदी परीक्षा पैटर्न (UPSC Hindi exam pattern)
यूपीएससी हिंदी परीक्षा में तीन स्टेप्स में होती है।
प्रारंभिक (UPSC preliminary exam) – ये एक स्क्रीनिंग परीक्षा की तरह है जो ऑब्जेक्टिव टाइप होते हैं। प्रीलिम्स परीक्षा को पास करने वाले एस्पीरेंट्स मेंस परीक्षा के लिए क्वालीफाई करते हैं।
मुख्य परीक्षा (Mains exam) – ये परीक्षा सब्जेक्टिव टाइप होती है। इसमें निबंध, अंग्रेजी, सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय के पेपर्स होते हैं।
साक्षात्कार (Interview)– परीक्षा का लास्ट स्टेप होता है।
UPSC हिंदी परीक्षा पाठ्यक्रम (UPSC hindi exam syllabus)
आईएएस की हिंदी में तैयारी करने वाले (UPSC preparation in Hindi medium) एस्पीरेंट्स को प्रीलिम्स परीक्षा के लिए हिस्ट्री, पॉलीटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स, जियोग्राफिक, पर्यावरण, विज्ञान और तकनीक, करंट अफेयर्स पढ़ना होता है।
वहीं यूपीएससी प्रारंभिक सीसैट की बात करें तो इसका उद्देश्य ‘रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन’, ‘निर्णय लेने’ प्रश्नों के अलावा ‘तर्क और विश्लेषणात्मक’ प्रश्नों को हल करने में उम्मीदवार की योग्यता का आकलन करना होता है।
UPSC हिंदी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम (UPSC Hindi Main Exam Syllabus)
पेपर-I निबंध (एस्पीरेंट्स की पसंद के मीडियम में लिखा जा सकता है)
पेपर- II सामान्य अध्ययन – I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल)
पेपर- III सामान्य अध्ययन – II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध)
पेपर- IV सामान्य अध्ययन – III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन)
पेपर-V सामान्य अध्ययन – IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता)
पेपर-VI वैकल्पिक विषय – पेपर I
पेपर-VII वैकल्पिक विषय – पेपर II
बुक लिस्ट (Hindi medium books for upsc)
विषय | यूपीएससी पुस्तकें |
इतिहास | स्वतंत्रता के लिए भारत का संघर्ष – बिपन चंद्रनितिन सिंघानिया द्वारा भारतीय कला और संस्कृतिएनसीईआरटी XI (प्राचीन और मध्यकालीन)एनसीईआरटी बारहवीं (आधुनिक भारतीय इतिहास) |
भूगोल | एनसीईआरटी VI – X (पुराना पाठ्यक्रम)एनसीईआरटी XI, XII (नया पाठ्यक्रम)विश्व एटलस (ओरिएंट ब्लैक स्वान) |
भारतीय राजव्यवस्था | भारतीय राजव्यवस्था – एम लक्ष्मीकांत एनसीईआरटी IX-XII |
अर्थशास्त्र | भारत में आर्थिक विकास और नीतियां – जैन और ओहरीएनसीईआरटी XIएनसीईआरटी XII |
अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध | एनसीईआरटी बारहवीं (समकालीन विश्व राजनीति)सामयिकी |
सीसैट | टाटा मैकग्रा हिल सीएसएटी मैनुअलअरिहंत प्रकाशन द्वारा CSAT पेपर -2 को क्रैक करनाआरएस अग्रवाल (मौखिक, गैर-मौखिक, तार्किक तर्क) के सदन से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य बुद्धि और तर्कशक्ति परीक्षण |
सॉल्व्ड पेपर्स | 27 वर्ष यूपीएससी आईएएस/आईपीएस (प्रारम्भिक) विषयवार हल किया गया पेपर 1 तथा 2(1995-2021) (पेपरबैक, मृणाल पटेल) |
यूपीएससी मेन्स के लिए सामान्य अध्ययन पुस्तकें (General Studies Books for UPSC Mains)
विषय | यूपीएससी बुक्स |
इतिहास, भारतीय विरासत और संस्कृति[जीएस पेपर 1] | नितिन सिंघानिया द्वारा भारतीय कला और संस्कृतिबिपन चंद्र द्वारा भारत का स्वतंत्रता संघर्षबिपन चंद्र द्वारा स्वतंत्रता के बाद का भारतसतीश चंद्र द्वारा मध्यकालीन भारत के इतिहासआरएस शर्मा द्वारा प्राचीन भारत |
भूगोल[जीएस पेपर 1] | माजिद हुसैन द्वारा भारत का भूगोलमाजिद हुसैन द्वारा विश्व भूगोलविश्व एटलस (ओरिएंट ब्लैक स्वान)भौतिक भूगोल की मूल बातें एनसीईआरटी कक्षा 11 |
राजव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय संबंध[जीएस पेपर 2] | एम. लक्ष्मीकांत द्वारा भारतीय राजव्यवस्था डीडी बसु द्वारा भारत के संविधान का परिचय21वी शताब्दी में अन्तरराष्ट्रीय संबंध: पुष्पेश पंत |
अर्थव्यवस्था[जीएस पेपर 3] | भारत में आर्थिक विकास और नीतियां – जैन और ओहरीपर्यावरण परिस्थितिकी, जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन – टाटा मैकग्रा हिलभारत की आंतरिक सुरक्षा और मुख्य चुनौतियां – अशोक कुमार |
नीति[जीएस पेपर 4] | सुब्बा राव और पीएन रॉय चौधरी द्वारा सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता |
सॉल्व्ड पेपर्स | सिद्धार्थ मित्तल द्वारा IAS मुख्य परीक्षा अध्यायवार हल किए गए प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन हिंदी |
इन किताबों के अलावा हिंदी में यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation in Hindi medium) करने वाले एस्पीरेंट्स को आर्थिक सर्वेक्षण, बजट, वित्त आयोग की रिपोर्ट, केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा वार्षिक रिपोर्ट सामयिकी, प्रेस सूचना ब्यूरो विज्ञप्ति, नीति आयोग एक्शन एजेंडा, योजना पत्रिका की सभी नयी रिपोर्ट्स पढ़ते रहना चाहिए।
हिंदी मीडियम से यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए अखबार (Newspaper for UPSC from Hindi medium)
वैसे तो यूपीएससी की तैयारी करने वाले सभी एस्पीरेंट्स द हिंदू को प्रिफर करते हैं लेकिन हिंदी मीडियम के छात्रों को इंडियन एक्सप्रेस, जनसत्ता, दैनिक भास्कर जैसी अखबारों से काफी मदद मिल सकती है। इसके अलावा यूट्यूब पर कई चैनल्स हैं जो हिंदी में द हिंदू अखबार का विश्लेषण करते हैं।
एक प्रसिद्ध लाइन है कि “लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” ये उन सभी एस्पीरेंट्स के लिए काफी मोटिवेटिंग है जो तैयारी में लगे हैं। अगर कुछ पाने का जुनून और जज्बा हो तो हिंदी और अंग्रेजी मीडियम का बैरियर भी हट जाता है। तैयारी के दौरान पॉजिटव रहें, खुश रहें और अपने लक्ष्य की तरफ फोकस रहें।